बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना से पहले सासाराम में स्ट्रांग रूम (वज्र गृह) पर बड़ा हंगामा खड़ा हो गया। ईवीएम रखे गए मतगणना स्थल बाजार समिति परिसर, तकिया में देर रात एक खाली ट्रक के प्रवेश करने से प्रत्याशियों और उनके समर्थकों के बीच अफरातफरी मच गई और उन्होंने सुरक्षा में बड़ी चूक का आरोप लगाते हुए जमकर विरोध-प्रदर्शन किया।
क्या है पूरा मामला?
घटना बुधवार देर रात की है, जब सासाराम के बाजार समिति परिसर, जहां ईवीएम रखे गए हैं, में अचानक टीन के खाली बक्से लदा एक ट्रक प्रवेश कर गया। इस संदिग्ध गतिविधि को देखकर बाहर मौजूद राजद समेत कई अन्य पार्टियों के प्रत्याशियों और समर्थकों ने तुरंत स्ट्रांग रूम के गेट पर पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया।
प्रत्याशियों का आरोप था कि ट्रक का स्ट्रांग रूम परिसर में प्रवेश करना ईवीएम की सुरक्षा में बड़ी चूक है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि स्ट्रांग रूम के अंदर और मेन गेट पर लगे सीसीटीवी कैमरों को बंद कर दिया गया है, जिससे ईवीएम की निगरानी नहीं हो पा रही है। विरोध इतना बढ़ गया कि प्रत्याशियों ने सड़क जाम कर दिया और ट्रक को बाहर निकालने का विरोध किया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए रात करीब 2:30 बजे भारी संख्या में पुलिस बल को बुलाना पड़ा। हंगामे को शांत करने के लिए पुलिस को हल्का लाठीचार्ज भी करना पड़ा।
डीएम-एसपी ने संभाला मोर्चा
मामले की गंभीरता को देखते हुए जिले के जिलाधिकारी (DM) और पुलिस अधीक्षक (SP) तत्काल मौके पर पहुंचे। उन्होंने उत्तेजित प्रत्याशियों और समर्थकों को समझाने का प्रयास किया और उन्हें आश्वासन दिया कि ईवीएम पूरी तरह सुरक्षित हैं। डीएम ने बताया कि स्ट्रांग रूम में ईवीएम की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया गया है। उन्होंने ट्रक के प्रवेश और सीसीटीवी बंद होने के आरोपों पर जांच शुरू करने का आदेश दिया।
- जारी है जाँच: प्रशासन ने वज्र गृह को सील किए जाने के बाद किस परिस्थिति में खाली बक्सा लदा ट्रक अंदर आया, इस पर संबंधित अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा है। यह घटना मतगणना से ठीक पहले हुई है, जिससे सासाराम और आसपास की सीटों पर राजनीतिक माहौल काफी गरमा गया है। प्रत्याशियों ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक उनकी शंकाओं का निवारण नहीं हो जाता और कैमरे फिर से चालू नहीं हो जाते, वे मतगणना स्थल पर डटे रहेंगे।


