जाने-माने पंजाबी गायक गैरी संधू एक धार्मिक गीत का मजाक उड़ाने और उसका राजनीतिक संदर्भ में इस्तेमाल करने के कारण एक बड़े विवाद में घिर गए हैं। आरोप है कि उन्होंने अमेरिका में एक शो के दौरान माता रानी (माँ वैष्णो देवी) के प्रसिद्ध भजन का अपमान किया है। फिलहाल, गैरी संधू ने इस विवाद पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ नाराजगी का माहौल है।
क्या है पूरा विवाद?
- गैरी संधू अमेरिका के एक लाइव शो में थे, जब उन्होंने 1983 की फिल्म ‘अवतार’ के प्रसिद्ध भक्ति गीत ‘चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है’ की धुन पर गाया:”चलो बुलावा आया है, ट्रंप ने बुलाया है।”
- इस टिप्पणी को हिंदू संगठनों और सोशल मीडिया यूजर्स ने धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला माना है। उनका कहना है कि इस लोकप्रिय भजन को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के संदर्भ में इस्तेमाल करना माता रानी का अपमान है।
शिव सेना की तीखी प्रतिक्रिया
भारत में हिंदू संगठन, विशेष रूप से शिव सेना ने इस टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति जताई है।
- शिव सेना का बयान: शिव सेना के राज्य उप-प्रधान जगदीश कटारिया ने कहा कि गैरी संधू ने जानबूझकर हिंदू देवी-देवताओं का अपमान किया है, जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
- विरोध की योजना: कटारिया ने कहा है कि वे तरनतारन उपचुनाव के दौरान सभी हिंदू नेताओं के सामने यह मुद्दा उठाएंगे और विरोध प्रदर्शन कैसे किया जाए, इस पर सामूहिक निर्णय लिया जाएगा।
कौन हैं गैरी संधू?
- मूल रूप से जालंधर के रहने वाले गैरी संधू फिलहाल यूनाइटेड किंगडम (यूके) में रहते हैं और पंजाबी संगीत उद्योग के एक लोकप्रिय चेहरा हैं।
- उनके सुपरहिट गानों में ‘इलीगल वेपन’ और ‘माई नी पींदा’ जैसे चार्ट-टॉपिंग गाने शामिल हैं।
- हालांकि, विवादों से उनका पुराना नाता रहा है। लगभग 11 महीने पहले, ऑस्ट्रेलिया में एक लाइव शो के दौरान उन पर हमला भी हुआ था।


