चक्रवात ‘मोंथा’ के कमजोर होने के बावजूद इसका असर देश के कई राज्यों में दिखाई दे रहा है। आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और ओडिशा में इस चक्रवात से भारी जानमाल और संपत्ति का नुकसान हुआ है, वहीं उत्तर भारत के राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश और राजस्थान में बारिश और तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भारी क्षति
चक्रवात ‘मोंथा’ का सबसे ज्यादा कहर आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में देखने को मिला:
- आंध्र प्रदेश: राज्य में तीन लोगों की मौत हुई और 42 मवेशी मारे गए। लगभग 1.5 लाख एकड़ में खड़ी फसलें बर्बाद हो गईं।
- तेलंगाना: तेज बारिश के कारण सूर्यापेट में पेड़ गिरने से एक बाइक सवार की मौत हो गई। खम्मम जिले में एक ट्रक ड्राइवर के बह जाने की भी खबर है।
उत्तर भारत में मौसम का मिजाज
चक्रवात का असर उत्तर भारत के राज्यों में बारिश और तापमान में गिरावट के रूप में दिखा:
- उत्तर प्रदेश (यूपी): अयोध्या, लखनऊ-कानपुर सहित 15 शहरों में रुक-रुक कर बारिश हुई, काशी में जलभराव हुआ।
- मौसम विभाग ने पूर्वांचल के 31 जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश का अलर्ट जारी किया है (असर 1 नवंबर तक रहने की संभावना)। बेमौसम बारिश से खेतों में पड़ी धान और आलू की फसल पर खराब होने का खतरा मंडरा रहा है।
 
- बिहार: पटना, औरंगाबाद, बक्सर और भागलपुर में सुबह-सुबह बारिश हुई। 25 जिलों में बारिश का यलो अलर्ट और आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी है।
- मध्य प्रदेश (एमपी) और राजस्थान: एमपी के कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हुई और तापमान में गिरावट दर्ज की गई। राजस्थान के जयपुर, अलवर, करौली सहित कई जिलों में तेज बूंदाबांदी हुई।
नेपाल में अलर्ट
चक्रवात ‘मोंथा’ के असर से नेपाल में भी लगातार बारिश और बर्फबारी हो रही है। नेपाली मौसम विभाग ने 26 जिलों में बाढ़ और भूस्खलन का अलर्ट जारी किया है।
नया निम्न दबाव का क्षेत्र
मौसम विभाग ने अरब सागर के पूर्व-मध्य भाग में एक और निम्न दबाव का क्षेत्र सक्रिय होने की जानकारी दी है, जिसके अगले 36 घंटे तक पश्चिम की ओर बढ़ने की आशंका है।

