बिहार विधानसभा चुनाव के बीच, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के छठ पूजा को लेकर दिए गए बयान पर कड़ा पलटवार किया है, जबकि कांग्रेस और महागठबंधन के नेताओं ने आरोपों को खारिज करते हुए भाजपा पर हमला किया। लखीसराय में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी के बयान को सीधे तौर पर छठी मैया का अपमान बताया। शाह ने कहा, “कल राहुल बाबा आए थे और उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को अपमानित करने के लिए कुछ शब्दों का इस्तेमाल किया लेकिन प्रधानमंत्री मोदी का अपमान करते-करते उन्होंने छठी मैया का भी अपमान किया।” राहुल गांधी ने कहा कि छठ मैया की पूजा करने वाले लोग नाटक करते हैं।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “राहुल बाबा, आप छठी मैया के महत्व और आस्था को नहीं समझेंगे।” शाह ने चेतावनी दी कि जितनी बार कांग्रेस नेताओं ने पीएम मोदी के लिए अपशब्द बोले हैं, उतनी बार कांग्रेस का सूपड़ा साफ हुआ है। उन्होंने भविष्यवाणी की, “14 नवंबर को जब डब्बे खुलेंगे, महागठबंधन साफ हो जाएगा।“
कांग्रेस का जवाब: चुनावी बयान दे रहे हैं और कुछ नहीं
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राहुल गांधी के बचाव में उतरते हुए अमित शाह के आरोपों को खारिज किया। गहलोत ने स्पष्टीकरण दिया कि राहुल गांधी का बयान दिल्ली में छठ पूजा के लिए कृत्रिम झील बनाए जाने के कार्यक्रम पर था, जो बाद में विवादों में आ गया और हो नहीं पाया। उन्होंने कहा, “इसी बौखलाहट के अंदर वे (पीएम मोदी) एक चुनावी बयान दे रहे हैं और कुछ नहीं है।”
तेजस्वी यादव का ‘बाहरी’ पर निशाना
महागठबंधन के मुख्यमंत्री उम्मीदवार और राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी अपनी सभाओं में बीजेपी पर हमला बोला और स्थानीयता का मुद्दा उठाया। तेजस्वी ने कहा, “इस बार बिहार की जनता इनको सबक सिखाने का काम करेगी।” उन्होंने बाहरी बनाम बिहारी का मुद्दा उठाते हुए कहा, “बिहार को बिहार का लाल ही चलाएगा, कोई बाहरी आकर नहीं चलाएगा। तेजस्वी ने चुनाव आयोग की भूमिका पर भी सवाल उठाया और कहा, “आज भी सरकार द्वारा 10 लाख महिलाओं के खाते में पैसे डाले जा रहे हैं… चुनाव आयोग की नैतिकता कहां गई?“


