भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हाल ही में समाप्त हुई वनडे सीरीज में अपनी सफलता का श्रेय कड़ी तैयारी और लंबे ब्रेक के दौरान किए गए फिटनेस पर केंद्रित काम को दिया है।
ऑस्ट्रेलिया ने भले ही सीरीज 2-1 से अपने नाम की, लेकिन सिडनी में हुए आखिरी वनडे में रोहित शर्मा (नाबाद 121 रन) और विराट कोहली (नाबाद 74 रन) की शानदार पारियों ने भारत को 9 विकेट से यादगार जीत दिलाई। अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी के लिए रोहित को प्लेयर ऑफ द सीरीज भी चुना गया।
सफलता का राज: तैयारी और लंबा ब्रेक
बीसीसीआई (BCCI) को दिए एक वीडियो इंटरव्यू में रोहित ने खुलासा किया कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से मिले एक दुर्लभ लंबे ब्रेक ने उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार होने में मदद की। रोहित ने कहा कि अपने करियर में पहली बार उन्हें किसी सीरीज की तैयारी के लिए चार से पाँच महीने का समय मिला था, जिसे उन्होंने पूरी तरह से इस्तेमाल करने का फैसला किया। उन्होंने इस दौरान अपनी गति से प्रशिक्षण लिया और अपने करियर की बाकी अवधि के लिए उन्हें क्या करने की आवश्यकता है, इस पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने अभिषेक नायर की देखरेख में 11 किलोग्राम वजन कम करने और तकनीक को निखारने के लिए कड़ी मेहनत की थी। रोहित ने माना कि भारत और ऑस्ट्रेलिया की परिस्थितियों में बड़ा अंतर है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में कई बार खेलने के अनुभव ने उन्हें लय में आने और परिस्थितियों को समझने में मदद की।
कोहली के साथ ऐतिहासिक साझेदारी पर राय
सिडनी वनडे में रोहित और विराट कोहली ने दूसरे विकेट के लिए 168 रन की अटूट साझेदारी की, जो लगभग छह साल बाद वनडे में उनकी पहली 150+ रन की साझेदारी थी। साझेदारी पर बात करते हुए रोहित ने कहा, “शानदार साझेदारी! मुझे लगता है कि हमने बहुत लंबे समय बाद 100 रन की साझेदारी की है। टीम के लिए यह अच्छा था। हमारे बीच बहुत सारी बातचीत हुई। हम एक-दूसरे को बहुत अच्छे से समझते हैं।” उन्होंने जोर दिया कि महत्वपूर्ण यह है कि खेल को आगे बढ़ाया जाए और उस समय क्या आवश्यक है, यह समझा जाए, और यह निश्चित रूप से अनुभव के साथ आता है।
रोहित की इस पारी ने उन्हें ऑस्ट्रेलिया में एक विदेशी खिलाड़ी के तौर पर सर्वाधिक वनडे शतक (6) लगाने वाले बल्लेबाज का रिकॉर्ड बनाने में भी मदद की, जिससे उन्होंने विराट कोहली (5 शतक) को पीछे छोड़ दिया। साथ ही, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यह उनका नौवां वनडे शतक था, जिससे उन्होंने सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड की बराबरी की। रोहित शर्मा का प्रदर्शन दर्शाता है कि गहन तैयारी और अनुभव अभी भी टीम इंडिया के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं, खासकर जब टीम 2027 विश्व कप जैसी बड़ी चुनौतियों की ओर देख रही है।


