जाने-माने अभिनेता और टीवी होस्ट अन्नू कपूर ने अपनी अंतिम इच्छा जाहिर कर सभी को चौंका दिया है। उन्होंने कहा है कि वे अपनी मौत के बाद किसी पर बोझ नहीं बनना चाहते और उनका अंतिम संस्कार पूरी तरह गुप्त तरीके से किया जाए, जैसा कि अभिनेता असरानी ने अपनी दिवंगत पत्नी मंजू असरानी के लिए किया था।
अन्नू कपूर की अंतिम इच्छा
हाल ही में एक इंटरव्यू में अन्नू कपूर ने अपनी अंतिम विदाई को लेकर विस्तार से बात की। उन्होंने कहा, “जब मेरी मृत्यु हो, तो किसी को भी इसकी जानकारी नहीं होनी चाहिए। न मेरे बच्चों को, न मेरी पत्नी को और न ही मेरे रिश्तेदारों को।” अन्नू कपूर ने स्पष्ट किया कि वे नहीं चाहते कि उनकी मृत्यु के बाद किसी भी तरह का कोई दिखावा हो या लोग उनके अंतिम संस्कार में शामिल हों।
उन्होंने कहा, “बस मेरा शव लो और ले जाओ। गंगा में बहाओ या जलाओ, जो मन करे वो करो। लेकिन मेरा अंतिम संस्कार गुप्त किया जाए।” उनका मानना है कि मृत्यु के बाद किसी के लिए दुख का कारण बनना या बोझ बनना उचित नहीं है।
असरानी और मंजू असरानी का उदाहरण
अन्नू कपूर ने अपनी बात को समझाते हुए अभिनेता असरानी का उदाहरण दिया। उन्होंने बताया कि जब असरानी की पत्नी मंजू असरानी का निधन हुआ था, तब असरानी ने उनके अंतिम संस्कार को पूरी तरह गुप्त रखा था। उन्होंने सिर्फ कुछ करीबी लोगों को ही इस बारे में बताया था और सार्वजनिक तौर पर कोई घोषणा नहीं की थी। अन्नू कपूर इसी तरह की सादगी और गोपनीयता अपनी अंतिम विदाई में चाहते हैं।
जिंदगी के प्रति दार्शनिक सोच
अन्नू कपूर अपनी दार्शनिक सोच के लिए जाने जाते हैं। वे अक्सर जिंदगी और मौत जैसे विषयों पर खुलकर बात करते हैं। उनका मानना है कि मृत्यु जीवन का एक अभिन्न अंग है और उसे स्वीकार किया जाना चाहिए। वे नहीं चाहते कि उनकी मृत्यु किसी के लिए परेशानी का सबब बने।
उनका यह बयान बॉलीवुड में एक नई बहस छेड़ सकता है, जहाँ आमतौर पर मशहूर हस्तियों के अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में लोग शामिल होते हैं और वह एक सार्वजनिक घटना बन जाती है। अन्नू कपूर की इस इच्छा ने उनके प्रशंसकों और बॉलीवुड समुदाय को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि कैसे एक व्यक्ति अपनी अंतिम यात्रा को भी अपनी शर्तों पर जीना चाहता है।