पाकिस्तान ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा अफगानिस्तान में तीन क्रिकेटरों की मौत पर व्यक्त की गई संवेदना की कड़ी आलोचना की है। पाकिस्तान के सूचना मंत्री अता तरार ने आईसीसी के बयान को पक्षपातपूर्ण बताते हुए खारिज कर दिया है।
हवाई हमले और क्रिकेटरों की मौत
यह विवाद तब शुरू हुआ जब पाकिस्तान के हवाई हमले में अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत में तीन क्रिकेटरों की मौत हो गई थी। इसके बाद अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) ने पाकिस्तान में होने वाली आगामी त्रिकोणीय सीरीज से हटने का फैसला किया।
- आईसीसी और बीसीसीआई की प्रतिक्रिया: इस घटना के बाद आईसीसी और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने शनिवार को अफगान क्रिकेटरों की मौत पर शोक व्यक्त किया था। हालांकि, दोनों ने अपने बयानों में पाकिस्तान का सीधे उल्लेख नहीं किया था।
पाकिस्तान का कड़ा विरोध
सूचना मंत्री अता तरार ने आईसीसी के बयान की निंदा करते हुए कहा: “हम आईसीसी के उस बयान को खारिज करते हैं, जिसमें दावा किया गया है कि पाकिस्तानी हमलों में तीन अफगान क्रिकेटर मारे गए। आईसीसी ने अफगानिस्तान बोर्ड के दावों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि करने की जहमत नहीं उठाई और एक बयान जारी कर पाकिस्तान को हमले का दोषी करार दिया।”
तरार ने कहा कि पाकिस्तान वर्षों से आतंकवाद का शिकार रहा है और उन्होंने आईसीसी से अपने बयान में सुधार करने की मांग की।
जय शाह और भारत पर पक्षपात का आरोप
तरार ने आईसीसी अध्यक्ष और बीसीसीआई सचिव जय शाह पर भी पक्षपात का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह अजीब है कि आईसीसी के बयान के कुछ घंटों बाद जय शाह ने भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर वही शब्द दोहराए, जो अफगानिस्तान बोर्ड ने इस्तेमाल किए थे, जबकि कोई वास्तविक सबूत पेश नहीं किया गया था।
इसके अलावा, तरार ने एशिया कप में भारतीय खिलाड़ियों द्वारा पाकिस्तानी खिलाड़ियों के साथ हाथ नहीं मिलाने की घटना का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि यह सब पाकिस्तान क्रिकेट के प्रति आईसीसी के पक्षपातपूर्ण दृष्टिकोण को दर्शाता है और उसकी स्वतंत्रता पर गंभीर प्रश्न उठाता है। उन्होंने आईसीसी को स्वतंत्र रहकर काम करने और ‘दूसरों के उकसावे’ पर विवादास्पद बयान देने से बचने की सलाह दी।