उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पटना के दानापुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्य रूप से राजद (RJD) और कांग्रेस पर ‘जंगलराज’, परिवारवाद और ‘फर्जी मतदान’ को बढ़ावा देने का आरोप लगाया, जबकि NDA की डबल इंजन सरकार के विकास मॉडल की प्रशंसा की। न्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में “माफिया तो जहन्नुम की यात्रा पर जा चुके हैं।” उन्होंने कहा कि जो लोग अराजकता फैलाते थे, उनकी संपत्ति जब्त करके अब गरीबों के लिए आवास बनाए जा रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि राजद, कांग्रेस और INDI गठबंधन बिहार में “विकास की इस नई प्रतिस्पर्धा को बाधित करने” के लिए ‘विकास बनाम गुर्गे’ की बहस शुरू कर रहे हैं। योगी आदित्यनाथ ने राजद और कांग्रेस पर “फर्जी मतदान” करवाने की कोशिश करने का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने सवाल किया कि क्या “विदेशी घुसपैठियों को आकर बिहार के दलितों, गरीबों और नागरिकों के अधिकार पर डकैती करने की छूट देनी चाहिए?” उन्होंने NDA सरकार का समर्थन करते हुए कहा कि हर मतदाता को पहचान पत्र दिखाकर ही मतदान में भाग लेना चाहिए।
बिहार का जंगलराज और परिवारवाद
उन्होंने 1990 से 2005 तक के बिहार के “जंगलराज और परिवारवाद” की याद दिलाई। उन्होंने आरोप लगाया कि राजद और कांग्रेस ने बिहार की “आध्यात्मिक ज्ञानभूमि को परिवारवाद और अपराध की भूमि बनाकर” नौजवानों के सामने पहचान का संकट खड़ा कर दिया था। योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश और बिहार के संबंध को “एक साझी विरासत,” “एक आत्मा का संबंध,” और “भगवान राम और मां जानकी” के संबंध जितना अटूट बताया। उन्होंने बिहार के लोगों से डबल इंजन की सरकार (केंद्र और राज्य में NDA) को फिर से स्थापित करने का आह्वान किया, ताकि नीतीश कुमार के नेतृत्व में पिछले 20 वर्षों में हुए विकास की गति बनी रहे और वह और तेजी से आगे बढ़े।