महिला वनडे विश्व कप के एक रोमांचक मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को तीन विकेट से हराकर इतिहास रच दिया। यह मुकाबला विशाखापत्तनम के एसीए-वीडीसीए स्टेडियम में खेला गया, जहां ऑस्ट्रेलिया ने महिला वनडे क्रिकेट में अब तक का सबसे बड़ा लक्ष्य सफलतापूर्वक हासिल किया। भारत द्वारा दिए गए 331 रनों के विशाल लक्ष्य को ऑस्ट्रेलिया ने कप्तान एलिसा हीली के शानदार शतक की बदौलत छह गेंदें शेष रहते हासिल कर लिया।
भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 48.5 ओवरों में 330 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया। सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना (80 रन) और प्रतिका रावल (75 रन) ने पहले विकेट के लिए 155 रनों की शानदार साझेदारी करके टीम को मजबूत शुरुआत दी। मध्य क्रम में हरलीन देओल, जेमिमा रोड्रिग्स और ऋचा घोष ने भी उपयोगी योगदान दिया। ऑस्ट्रेलिया की ओर से एनाबेल सदरलैंड ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 40 रन देकर 5 विकेट झटके।
जवाब में, 331 रनों के चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एलिसा हीली ने शुरू से ही आक्रामक रुख अपनाया। उन्होंने मात्र 107 गेंदों पर 21 चौकों और 3 छक्कों की मदद से तूफानी 142 रनों की कप्तानी पारी खेली। हीली ने फोएबे लिचफील्ड (40) के साथ पहले विकेट के लिए 85 रनों की साझेदारी की और फिर एश्ले गार्डनर (45) के साथ महत्वपूर्ण साझेदारी की, जिससे ऑस्ट्रेलिया मजबूत स्थिति में आ गया।
हीली के आउट होने के बाद मैच थोड़ा फंसा, लेकिन अनुभवी एलिस पैरी (47 रन नाबाद) ने संयम और आक्रामकता का प्रदर्शन करते हुए टीम को जीत दिलाई। पैरी ने आखिरी ओवर में छक्का लगाकर अपनी टीम को यादगार जीत दिलाई। ऑस्ट्रेलिया ने 49 ओवर में सात विकेट पर 331 रन बनाकर यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने महिला वनडे इतिहास का सबसे बड़ा लक्ष्य सफलतापूर्वक चेज करने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया। भारत की ओर से श्री चरणी ने 3 विकेट लिए, लेकिन अन्य गेंदबाजों में वह धार नहीं दिखी जो इस बड़े स्कोर को बचाने के लिए जरूरी थी। यह विश्व कप में भारतीय टीम की लगातार दूसरी हार है।