उत्तर-पश्चिम भारत में मानसून की वापसी के साथ ही, गुलाबी ठंड (हल्की ठंड) ने दस्तक दे दी है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की ऊंची चोटियों पर अक्टूबर के पहले सप्ताह से ही बर्फबारी शुरू हो गई है, जबकि यह आमतौर पर अक्टूबर के अंत या नवंबर में शुरू होती है। पश्चिमी विक्षोभ से चलने वाली ठंडी हवाओं के कारण उत्तर भारत में सर्दी समय से पहले महसूस हो रही है।
- प्रभाव:
- उत्तराखंड में हेमकुंड साहिब और केदारनाथ धाम पर दो फीट तक बर्फ जम गई है।
- पहाड़ी क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान शून्य के करीब पहुँच गया है (जैसे हिमाचल के केलांग में −1∘C)।
- राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत एनसीआर में न्यूनतम तापमान 20∘C से नीचे चला गया है (जैसे दिल्ली के पालम में 18.3∘C, जो सामान्य से 3.2∘C कम है)।
- मौसम का पूर्वानुमान: मौसम विभाग का कहना है कि यह ठंड का दौर थोड़े समय के लिए हो सकता है, लेकिन इस बार 70% संभावना है कि अधिक सर्दी पड़ेगी।
- हिमस्खलन: हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति की चंद्राघाटी में हिमस्खलन की घटना भी हुई है, हालांकि इससे कोई नुकसान नहीं हुआ है।
पूर्वी और दक्षिणी राज्यों में मानसूनी बारिश जारी:
- लौटते मानसून के कारण पूर्वी और दक्षिणी भारतीय राज्यों में अभी भी बारिश जारी है। महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, असम, मिजोरम, नागालैंड, मणिपुर, और मेघालय में हल्की बारिश होने की संभावना है। अगले 3 से 4 दिनों में इन इलाकों के साथ ही उत्तर प्रदेश और बिहार के शेष हिस्सों से भी मानसून विदा ले लेगा।
- दक्षिण भारत में भारी बारिश का अलर्ट: अगले 4-5 दिनों के दौरान दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना है।
- केरल: इडुक्की, कन्नूर और कासरगौड़ जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
- तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश: तमिलनाडु के वेल्लोर जिले में पोन्नई नदी के किनारे बसे गांवों के लिए बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है। आंध्र प्रदेश के कलावगुंटा बांध के जलग्रहण क्षेत्रों में भी जल बहाव बढ़ने की आशंका है।