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    तालिबान विदेश मंत्री की भारत यात्रा से तिलमिलाया पाक, काबुल पर कर दी एयर स्ट्राइक

    अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में गुरुवार रात पाकिस्तान द्वारा किए गए हवाई हमले की टाइमिंग ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को चौंका दिया है। यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब तालिबान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी किसी वरिष्ठ तालिबान अधिकारी के रूप में पहली बार नई दिल्ली की यात्रा पर हैं। मुत्ताकी, भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ अलग-अलग बातचीत करने वाले हैं।


    पाकिस्तान के हमले की टाइमिंग और उसके निहितार्थ

    पाकिस्तानी एयरस्ट्राइक का मुख्य निशाना तहरीक-ए-तालिबान (TTP) के सरगना नूर वली महसूद को माना जा रहा है। हालांकि, इस हमले का स्थान और समय महत्वपूर्ण राजनीतिक संदेश देता है:

    1. भारत-काबुल की बढ़ती नज़दीकी पर तिलमिलाहट: मुत्ताकी की यात्रा को अफगानिस्तान के भारत के साथ फिर से जुड़ने के एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है। रक्षा एक्सपर्ट्स का मानना है कि काबुल पर हमला करके पाकिस्तान ने अपनी नाराजगी और तिलमिलाहट जाहिर की है, जो नई दिल्ली के साथ तालिबान के बढ़ते संपर्क से उपजी है।
    2. तालिबान को सीधा अल्टीमेटम: पाकिस्तान ने पहले TTP को निशाना बनाने के लिए पक्तिका और नूरिस्तान जैसे सीमावर्ती इलाकों पर हमले किए थे। लेकिन इस बार उसने सीधे तालिबान की सत्ता के केंद्र—काबुल—पर हमला किया है। यह तालिबान को पाकिस्तान की तरफ से एक सीधा और सख्त अल्टीमेटम माना जा रहा है।
    3. भारत को संदेश: ‘रक्षा नहीं कर पाएगा’: रक्षा एक्सपर्ट क्रिस्टोफर क्लेरी ने कहा है कि इस हमले का स्पष्ट मकसद भारत के साथ संपर्क बढ़ा रहे तालिबान को चेतावनी देना है। उन्होंने X पर लिखा, “यह सोचना मुश्किल नहीं है कि… इस हमले का मकसद ये बताना है कि भारत उनकी (तालिबान) की रक्षा नहीं करेगा।

    हमले का तरीका और पाकिस्तानी धमकी

    • उन्नत ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल: अफगान मामलों के जानकार बिलाल सरवरी ने हमले की सटीकता पर ध्यान दिलाया है। उन्होंने अनुमान लगाया है कि पाकिस्तान ने इस हमले में पहले की तुलना में अधिक उन्नत ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल किया है। यह पाकिस्तान की नए उपकरणों तक पहुंच को दर्शाता है, जो उसे शायद अमेरिका या चीन जैसे सहयोगियों से मिली हो।
    • TTP प्रमुख का बच निकलना: सूत्रों के अनुसार, हमले में परिसर को सफलतापूर्वक निशाना बनाया गया, लेकिन नूर वली महसूद का एक ऑडियो संदेश सामने आया है जिसमें उन्होंने अपनी सुरक्षा की पुष्टि की है और बताया है कि वह पाकिस्तान में हैं। हालांकि, रिपोर्ट के अनुसार, उनका बेटा हमले में मारा गया
    • ख्वाजा आसिफ की धमकी: यह हमला पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ की उस सार्वजनिक धमकी के 48 घंटे के भीतर किया गया है, जो उन्होंने पाकिस्तान की संसद में दी थी। आसिफ ने कहा था कि पाकिस्तान पर हमला करने वाले आतंकवादियों या उन्हें पनाह देने वालों को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने सीधे तौर पर अफगानिस्तान की ओर इशारा करते हुए कहा था कि पाकिस्तान की सरकार और सेना के सब्र का पैमाना भर चुका है।

    मुत्ताकी की भारत यात्रा के दौरान काबुल पर हुआ यह हमला क्षेत्रीय भू-राजनीति में पाकिस्तान की गहरी चिंता और अफगान तालिबान पर दबाव बनाए रखने की उसकी रणनीति को उजागर करता है।

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