भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टीम से बाहर किए जाने पर अपनी निराशा व्यक्त की है। शमी ने साफ़ तौर पर कहा है कि वह पूरी तरह फिट हैं, लेकिन टीम में उनके चयन का फैसला कोच और कप्तान के हाथ में होता है।
फिट होते हुए भी बाहर होने पर सवाल
शमी ने एक इंटरव्यू में कहा, “मैं पूरी तरह से फिट हूँ और खेलने के लिए तैयार हूँ। जहाँ तक मेरी फिटनेस का सवाल है, मैं हमेशा अच्छी स्थिति में रहता हूँ। लेकिन, टीम में मेरा चयन होगा या नहीं, यह पूरी तरह से कोच और कप्तान पर निर्भर करता है।”
उनके इस बयान को टीम चयन में होने वाले पक्षपात (Partiality) की ओर एक इशारा माना जा रहा है। कई क्रिकेट विशेषज्ञ और फैन्स यह सवाल उठा रहे हैं कि अगर शमी फिट हैं और लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, तो उन्हें इतने महत्वपूर्ण दौरे के लिए टीम में जगह क्यों नहीं मिली। मोहम्मद शमी का यह मुखर बयान भारतीय क्रिकेट में टीम चयन की पारदर्शिता को लेकर नई बहस छेड़ सकता है।
टीम चयन की पारदर्शिता पर सवाल
शमी के अनुसार, खिलाड़ी का काम मैदान पर प्रदर्शन करना और खुद को फिट रखना है, जबकि चयनकर्ताओं, कोच और कप्तान की अपनी योजनाएँ और प्राथमिकताएँ होती हैं।
- संकेत: उनके इस बयान से स्पष्ट होता है कि वह टीम प्रबंधन के फैसले से खुश नहीं हैं और उनका मानना है कि चयन केवल प्रदर्शन के आधार पर नहीं हो रहा है।
- दौरा: टीम इंडिया इस समय ऑस्ट्रेलिया दौरे पर है, जहाँ उसे टी20 और वनडे श्रृंखला खेलनी है। शमी को इस टीम में जगह नहीं दी गई, जबकि उनकी जगह कुछ युवा खिलाड़ियों को मौका मिला है।