एक युवा भारतीय उद्यमी ने वैश्विक पॉप स्टार जस्टिन बीबर को संपत्ति के मामले में पीछे छोड़ दिया है। टीएसी सिक्योरिटी के संस्थापक, अध्यक्ष और समूह सीईओ त्रिशनीत अरोड़ा को हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2025 में भारत के सबसे युवा धन सृजनकर्ताओं में शामिल किया गया है। उनकी कुल संपत्ति 215 मिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक है, जो बीबर की अनुमानित 200 मिलियन अमेरिकी डॉलर की संपत्ति से भी आगे है।
31 की उम्र में किया कमाल
केवल 31 वर्ष की उम्र में त्रिशनीत अरोड़ा न केवल अपनी उम्र के लिए, बल्कि अपने उद्योग के लिए भी विशिष्ट हैं। वह हुरुन की सबसे युवा भारतीयों की सूची में शामिल होने वाले एकमात्र साइबर सुरक्षा उद्यमी हैं, जो 21वीं सदी में डिजिटल विश्वास के बढ़ते आर्थिक और रणनीतिक महत्व को रेखांकित करता है। अरोड़ा की संपत्ति में यह वृद्धि टीएसी सिक्योरिटी के वैश्विक उदय से प्रेरित है, जिसकी स्थापना उन्होंने अपने शुरुआती बीसवें दशक में की थी।
100 देशों में 6000 से ज्यादा ग्राहक
आज टीएसी 100 देशों में 6,000 से ज़्यादा ग्राहकों की सुरक्षा करता है, जिनमें फॉच्र्यून 500 कंपनियाँ, सरकारें और महत्वपूर्ण बुनियादी ढाँचा शामिल हैं। कंपनी ने 2024 में सार्वजनिक होने वाली पहली भारतीय साइबर सुरक्षा कंपनी बनकर इतिहास रच दिया है। इसका आईपीओ भारतीय शेयर बाजार के इतिहास में सबसे ज़्यादा सब्सक्राइब हुआ था और लिस्टिंग के नौ महीनों के भीतर इसके शेयरों में 1,400 प्रतिशत से ज़्यादा की बढ़ोतरी हुई है, जिससे टीएसी सिक्योरिटी सबसे सफल नए ज़माने के तकनीकी शेयरों में शामिल हो गई है।
भविष्य के वैश्विक नेता के रूप में भी सम्मानित
अरोड़ा, TAC की Web3 सुरक्षा सहायक कंपनी, साइबरस्कोप का भी नेतृत्व करते हैं। साइबरस्कोप लिस्टिंग की तैयारी कर रहा है और ब्लॉकचेन ऑडिट और KYC सत्यापन के लिए CoinMarketCap के साथ एक विशेष वैश्विक साझेदारी रखता है जिससे इसे दुनिया भर के लाखों क्रिप्टो निवेशकों के बीच दृश्यता मिलती है। फ़ोब्र्स 30 अंडर 30, फ़ॉच्र्यून 40 अंडर 40 में मान्यता प्राप्त और वर्ष के सर्वश्रेष्ठ उद्यमी के रूप में सम्मानित अरोड़ा को स्विट्जरलैंड के सेंट गैलन संगोष्ठी में भविष्य के वैश्विक नेता के रूप में भी सम्मानित किया गया है। पंजाब में स्कूल छोडऩे वाले से लेकर वॉल स्ट्रीट और वैश्विक संस्थानों के बोर्डरूम तक का उनका सफऱ, सफलता के पारंपरिक रास्तों से हटकर स्व-निर्मित, तकनीक-संचालित धन सृजन की ओर उनके बदलाव को दर्शाता है। केवल 31 साल की उम्र में जस्टिन बीबर की संपत्ति को पीछे छोडक़र, त्रिशनीत अरोड़ा वैश्विक उद्यमिता के नए चेहरे का प्रतीक हैं। वे तकनीकी क्षेत्र के अग्रणी बनकर उभरे हैं।