अमेरिका में संघीय बजट को लेकर गहराते टकराव के कारण सरकार एक बार फिर ‘शटडाउन’ (सरकारी कामकाज का ठप होना) की कगार पर है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी है कि यदि कांग्रेस आधी रात तक $1.7 लाख करोड़ के बजट पर समझौता नहीं करती है, तो उनकी सरकार ऐसे अपूरणीय और कड़े फैसले लेगी जिन्हें वापस लेना मुश्किल होगा। ट्रंप ने लाखों कर्मचारियों की छंटनी और डेमोक्रेट्स से जुड़े कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में कटौती की धमकी दी है।
शटडाउन का मुख्य कारण और संभावित असर
संकट की जड़
संघीय एजेंसियों के संचालन के लिए आवश्यक $1.7 लाख करोड़ का बजट (जो कि कुल $7 लाख करोड़ अमेरिकी बजट का लगभग एक-चौथाई है) पर डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन के बीच गतिरोध है। डेमोक्रेट्स बजट में स्वास्थ्य लाभ बढ़ाने का प्रावधान जोड़ना चाहते हैं, जबकि रिपब्लिकन इस मुद्दे पर अलग से चर्चा करने की मांग कर रहे हैं।
संभावित असर
अगर समझौता नहीं होता है, तो अमेरिका 1981 के बाद 15वीं बार सरकारी शटडाउन का सामना करेगा। पिछली बार 2018-19 में यह 35 दिनों तक चला था। शटडाउन की स्थिति में निम्न सेवाएं प्रभावित होंगी:
- स्वास्थ्य सेवाएं: मेडिकेयर के तहत घर पर इलाज और टेलीहेल्थ सेवाओं का भुगतान बंद हो सकता है।
- यात्रा और परिवहन: एयरलाइंस ने उड़ानों में देरी बढ़ने की चेतावनी दी है।
- अर्थव्यवस्था और व्यापार: श्रम विभाग मासिक बेरोजगारी रिपोर्ट जारी करना बंद कर देगा, और स्मॉल बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन नए कर्ज मंजूर करना रोक देगा।
- अन्य सेवाएं: वैज्ञानिक शोध, पर्यावरण नियंत्रण कार्यक्रम, कस्टमर सर्विस और गरीब परिवारों की आवासीय सब्सिडी भी प्रभावित हो सकती हैं।
रिपब्लिकन-नियंत्रित हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स के पास अंतिम फैसला लेने का समय बुधवार रात तक है। इस गतिरोध के बीच, ट्रंप और विपक्षी नेताओं के बीच सोशल मीडिया पर डीपफेक वीडियो को लेकर भी तीखी बयानबाजी हुई है।