भारतीय क्रिकेटर तिलक वर्मा ने हाल ही में एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ हुए मुकाबले के दौरान अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने सीनियर खिलाड़ी सूर्यकुमार यादव के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि पाकिस्तान से किसी तरह का कोई मुकाबला नहीं है, यह सिर्फ एक खेल है।
देश के लिए जान देने का था इरादा
तिलक वर्मा ने स्वीकार किया कि पाकिस्तान के खिलाफ मैच के दौरान दिमाग में भारी दबाव था, लेकिन उनका ध्यान सिर्फ देश के लिए खेलने पर था। उन्होंने कहा: “सूर्य कुमार यादव ने जो कहा है कि पाकिस्तान से कोई मुकाबला नहीं है। मैं उससे सहमत हूं…दबाव तो रहता है, दिमाग में बहुत कुछ चल रहा था। देश हमेशा आगे है और भारत सबसे ऊपर है। मेरे दिल में यही था कि देश के लिए जान दे दूंगा।”
शांत रहकर किया प्रदर्शन
तिलक वर्मा ने बताया कि जब भारत के तीन विकेट गिर चुके थे, तब वह बल्लेबाजी कर रहे थे और पाकिस्तानी खिलाड़ी लगातार उन पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे थे।
उन्होंने कहा, “जब तीन विकेट गिर गए तब मैं बल्लेबाज़ी कर रहा था, वे (पाकिस्तानी खिलाड़ी) लोग तब मेरे ऊपर ज्यादा आ रहे थे। मैंने खुद को शांत रखकर गेम खेला और मैच खत्म होने बाद अच्छे से बोला है।”
युवा बल्लेबाज ने स्पष्ट किया कि दबाव के क्षणों में उन्होंने खुद को शांत रखा और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। उनकी यह टिप्पणी दर्शाती है कि मुश्किल परिस्थितियों में भी वह मानसिक रूप से मजबूत रहते हैं और देश के लिए खेलना उनकी सबसे बड़ी प्रेरणा है।