एशिया कप 2025 के फाइनल में जब भारतीय टीम 20 रन पर 3 विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही थी, तब पाकिस्तान की जीत सुनिश्चित लग रही थी। अभिषेक शर्मा, सूर्यकुमार यादव और शुभमन गिल के सस्ते में आउट होने के बाद, पिच पर रन बनाना आसान नहीं था। तिलक वर्मा और संजू सैमसन ने पारी को संभाला, लेकिन 14 ओवर खत्म होने पर भारत का स्कोर सिर्फ 4 विकेट पर 83 रन था।
दबाव में टीम इंडिया, फिर आया निर्णायक ओवर
इस समय भारत को जीत के लिए आखिरी 36 गेंदों पर 64 रन की जरूरत थी, जो पिच की धीमी प्रकृति को देखते हुए काफी मुश्किल लक्ष्य था। रन रेट 6 से भी कम था और भारतीय बल्लेबाज खुलकर नहीं खेल पा रहे थे। संजू सैमसन (24 रन) भी 13वें ओवर में रन गति तेज करने की कोशिश में आउट हो चुके थे।
मैच का असली टर्निंग पॉइंट आया 15वें ओवर में, जिसे पाकिस्तान के मुख्य तेज गेंदबाज हारिस रऊफ फेंकने आए।
- ओवर की शुरुआत: शिवम दुबे ने चौके के साथ की।
- तिलक का प्रहार: तीसरी गेंद पर तिलक वर्मा ने चौका लगाया।
- निर्णायक छक्का: ओवर की आखिरी गेंद पर तिलक ने एक शानदार छक्का जड़ दिया।
इस एक ओवर में भारत ने 17 रन बटोरे।
रऊफ बने पाकिस्तान की हार का कारण
इस ओवर से मैच का समीकरण पूरी तरह बदल गया। भारत के सामने अब 30 गेंदों पर 47 रन का आसान लक्ष्य बचा था। हारिस रऊफ एशिया कप 2025 के फाइनल में सबसे महंगे गेंदबाज साबित हुए।
- रऊफ ने अपने 3.4 ओवरों में 13.6 की इकोनॉमी से 50 रन लुटाए।
- पाकिस्तान के अन्य गेंदबाजों ने मिलकर 16 ओवर में 100 रन दिए, जबकि रऊफ ने अकेले 22 गेंदों पर 50 रन खर्च कर दिए।
रऊफ की लय पूरी तरह बिगड़ चुकी थी, और 18वें ओवर की आखिरी गेंद पर भी उन्हें छक्का पड़ा। अंत में, आखिरी ओवर में भी रऊफ ही गेंदबाजी करने आए और तिलक वर्मा ने दूसरी गेंद पर छक्का लगाकर भारत की जीत पर मुहर लगा दी। हारिस रऊफ का यह महंगा प्रदर्शन ही पाकिस्तान की हार का प्रमुख कारण बना।