प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 126वें संस्करण में कई महत्वपूर्ण विषयों पर अपने विचार व्यक्त किए। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के शताब्दी वर्ष, गांधी जयंती पर खादी को बढ़ावा देने और छठ पूजा को वैश्विक मंच पर ले जाने की बात प्रमुखता से कही।
आरएसएस के 100 वर्ष और राष्ट्र सेवा
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के 100 वर्ष पूरे होने पर उन्हें शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, “आज RSS 100 वर्ष से बिना थके, बिना रुके, राष्ट्र सेवा के कार्य में लगा हुआ है।” उन्होंने स्वयंसेवकों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि देश में कहीं भी प्राकृतिक आपदा आती है, तो आरएसएस के स्वयंसेवक सबसे पहले वहां पहुंच जाते हैं। उन्होंने कहा कि “लाखों लाख स्वयंसेवकों के जीवन के हर कर्म, हर प्रयास में राष्ट्र प्रथम की यह भावना हमेशा सर्वोपरि रहती है।” उन्होंने इसे राष्ट्रसेवा के महायज्ञ में समर्पित लोगों को अपनी शुभकामनाएं दीं।
उन्होंने यह भी बताया कि आगामी विजयादशमी का दिन एक और वजह से विशेष है, क्योंकि इसी दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के 100 वर्ष पूरे हो रहे हैं।
गांधी जयंती पर स्वदेशी और खादी का आह्वान
प्रधानमंत्री ने 2 अक्टूबर को गांधी जयंती का उल्लेख करते हुए स्वदेशी और खादी को अपनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि “गांधी जी ने हमेशा स्वदेशी को अपनाने पर बल दिया और इनमें खादी सबसे प्रमुख थी।” उन्होंने बताया कि बीते 11 साल में खादी के प्रति देश के लोगों का आकर्षण बहुत बढ़ा है। उन्होंने देशवासियों से आग्रह किया कि “2 अक्टूबर को कोई ना कोई खादी सामान जरूर खरीदें और गर्व से कहें ये स्वदेशी हैं।”
छठ पूजा को वैश्विक पहचान
पीएम मोदी ने छठ पूजा को एक पावन पर्व बताया जो दीवाली के बाद आता है। उन्होंने इस पर्व में डूबते सूर्य को भी अर्घ्य देने की परंपरा की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि आज ये एक वैश्विक उत्सव बन रहा है। भारत सरकार छठ महापर्व को UNESCO की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची में शामिल कराने के लिए प्रयासरत है, जिससे दुनिया के हर कोने में लोग इसकी भव्यता और दिव्यता का अनुभव कर सकें।
नारी शक्ति, लता मंगेशकर और भगत सिंह को श्रद्धांजलि
- नारी शक्ति: नवरात्रि के इस समय में उन्होंने नारी-शक्ति का उत्सव मनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि देश की बेटियां हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रहीं हैं और ऐसी चुनौतियों को भी पार कर रही हैं, जिनकी कल्पना तक मुश्किल है।
- लता मंगेशकर: प्रधानमंत्री ने लता मंगेशकर की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति और संगीत में रुचि रखने वाला कोई भी उनके गीतों को सुनकर अभिभूत हुए बिना नहीं रह सकता।
- भगत सिंह: उन्होंने अमर शहीद भगत सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वह हर भारतवासी, विशेषकर देश के युवाओं के लिए एक प्रेरणापुंज हैं। उन्होंने भगत सिंह की निर्भीकता और लोगों की पीड़ा के प्रति उनकी संवेदनशीलता का उल्लेख किया।