कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पटना में कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक के दौरान कल एक बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि “आज हमारी वोटर लिस्ट से आधिकारिक तौर पर छेड़छाड़ की जा रही है।” खरगे ने इस बात पर जोर दिया कि यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब भारत राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई चुनौतियों से गुजर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि सदाकत आश्रम स्वाधीनता आंदोलन का एक महत्वपूर्ण केंद्र था और यह कई महान कांग्रेसी नेताओं का कर्म स्थल रहा है।
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल का पलटवार
मल्लिकार्जुन खरगे के बयान पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने तीखा पलटवार किया। मेघवाल ने खरगे के आरोपों को ‘झूठा’ बताया और उनसे पूछा कि अगर मतदाता सूची खराब है, तो कांग्रेस के लोग 2024 के चुनाव में किस सूची के आधार पर जीते थे?
मेघवाल ने कहा, “वे इतनी पुरानी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, उन्हें सोच-समझकर बोलना चाहिए। वे मतदाता सूची को ही खराब बता रहे थे और चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्था पर झूठे आरोप लगा रहे थे।”
बढ़ता राजनीतिक तनाव
खरगे के इस बयान से राजनीतिक गलियारों में एक नया विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस ने जहां मतदाता सूची में गड़बड़ी का आरोप लगाकर चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल उठाया है, वहीं भाजपा ने इस आरोप को खारिज करते हुए कांग्रेस पर हार के बाद बहाने ढूंढने का आरोप लगाया है। यह मुद्दा आने वाले समय में राजनीतिक बहस का केंद्र बन सकता है, क्योंकि दोनों दल एक-दूसरे पर निशाना साधने के लिए इस बयान का इस्तेमाल कर सकते हैं।