कानपुर/अयोध्या – एशिया कप 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच मैच को लेकर देश में मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। एक तरफ जहां क्रिकेट प्रेमी उत्साहित हैं, वहीं पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ित परिवार और कुछ राजनेता इस मैच के खिलाफ अपनी आवाज उठा रहे हैं।
‘यह पाकिस्तान का सबसे बड़ा तमाचा होगा’
पहलगाम हमले में अपने पति शुभम द्विवेदी को खोने वालीं ऐशान्या द्विवेदी ने इस मैच को लेकर अपनी गहरी निराशा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मैच के बाद पाकिस्तान को आर्थिक लाभ होगा और वह ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में तबाह हुए अपने ठिकानों का पुनर्निर्माण कर लेगा। उन्होंने इसे पहलगाम के 26 पीड़ित परिवारों पर पाकिस्तान की ओर से सबसे बड़ा तमाचा बताया। ऐशान्या द्विवेदी ने कहा कि मैच के बाद पाकिस्तान के पास एक बार फिर पैसा होगा। वह एक बार फिर उठ खड़ा होगा और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तबाह हुए ठिकानों का पुनर्निर्माण होगा।
ऐशान्या ने कहा कि पाकिस्तान का बहिष्कार करना हमारे लोगों के बस की बात नहीं है, क्योंकि अगर ऐसा होता तो बीसीसीआई भारत-पाक मैच के लिए कभी राजी नहीं होता। उन्होंने कहा, “बीसीसीआई और भारतीय क्रिकेटर आज देश के बारे में नहीं सोच पा रहे हैं। मुझे उनसे (पीड़ितों को) श्रद्धांजलि की उम्मीद नहीं है।”
‘पाकिस्तान से मैच देश के सम्मान के खिलाफ’
अयोध्या से समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद अवधेश प्रसाद ने भी मैच पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान पूरा देश सरकार के साथ था, लेकिन पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच हमारे देश के सम्मान के खिलाफ है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत की विदेश नीति पूरी तरह से विफल रही है, क्योंकि विश्व बैंक ने पाकिस्तान को आर्थिक सहायता दी थी।
इन बयानों से साफ है कि पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलने का फैसला एक संवेदनशील मुद्दा है, खासकर हाल के आतंकवादी हमलों को देखते हुए।