प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ब्रह्मपुत्र नदी पर कुरुवा-नरेंगी पुल की आधारशिला रखी। इस पुल से क्षेत्र में कनेक्टिविटी में सुधार होगा और सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा और कहा, “ये कांग्रेस वाले मुझे कितनी ही गालियां दें, मैं भगवान शिव का भक्त हूं, सारा जहर निगल लेता हूं, लेकिन जब किसी और का अपमान होता है, तो मैं इसे बर्दाश्त नहीं कर सकता।”
विकसित भारत और पूर्वोत्तर का महत्व
मोदी ने ‘विकसित भारत’ के निर्माण में पूर्वोत्तर के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “21वीं सदी के 25 साल बीत चुके हैं। अब 21वीं सदी का ये अगला हिस्सा ईस्ट का है, नॉर्थ ईस्ट का है।” उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार असम को भारत के विकास का ग्रोथ इंजन बनाने के लक्ष्य के साथ काम कर रही है।
भूपेन हजारिका और भारत रत्न
प्रधानमंत्री ने लोगों से पूछा कि क्या भूपेन हजारिका को भारत रत्न देने का उनका फैसला सही है। उन्होंने कहा, “कुछ दिन पहले ही हमने भारत रत्न सुधाकंठ भूपेन हजारिका जी का जन्मदिवस मनाया है। असम की ऐसी महान संतानों और हमारे पूर्वजों ने जो सपना देखा था, आज भाजपा की डबल इंजन सरकार उसको पूरी ईमानदारी से पूरा करने में जुटी है।”
‘ऑपरेशन सिंदूर’ और जनता का रिमोट कंट्रोल
प्रधानमंत्री ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता का जिक्र करते हुए कहा कि मां कामाख्या के आशीर्वाद से इसे जबरदस्त सफलता मिली। उन्होंने कहा, “मेरे लिए तो जनता-जनार्दन ही मेरा भगवान है…140 करोड़ देशवासी मेरा रिमोट कंट्रोल हैं।”