क्या मृत व्यक्ति से बात करना संभव है? सामान्य तौर पर जवाब ‘नहीं’ होगा, लेकिन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ने इसे संभव कर दिखाया है। स्कॉटलैंड के डिएगो फेलिक्स डॉस सैंटोस ने AI की मदद से अपने मृत पिता की आवाज को फिर से सुनकर एक भावनात्मक अनुभव प्राप्त किया है।
अपने पिता के अचानक निधन के बाद, डिएगो को एहसास हुआ कि उनके पास उनकी कोई ठोस याद नहीं बची है। हालांकि, उनके पास अपने पिता का आखिरी वॉयस नोट था, जो उन्होंने अस्पताल में रहते हुए भेजा था। इसी वॉयस नोट ने उन्हें एक अनोखी उम्मीद दी।
AI ने कैसे किया यह ‘जादू’?
जुलाई महीने में, डिएगो ने Eleven Labs नामक एक AI-आधारित वॉयस जनरेटर कंपनी की मदद ली। 22 डॉलर की मासिक फीस देकर उन्होंने अपने पिता का वॉयस नोट अपलोड किया। AI ने इस नोट का विश्लेषण किया और उनके पिता की आवाज और लहजे में नए संदेश बनाना शुरू कर दिया।
डिएगो बताते हैं कि जब वह इन संदेशों को सुनते हैं तो उन्हें लगता है कि उनके पिता अभी भी उनके पास हैं। AI जनित आवाज में ‘हाय बेटा, तुम कैसे हो?’ जैसे संदेश होते हैं और कभी-कभी उन्हें उनके बचपन के नाम ‘बॉसी’ से भी पुकारा जाता है। यह अनुभव डिएगो के लिए बहुत भावनात्मक और सुकून देने वाला है।
परिवार की प्रतिक्रिया और भावनात्मक पहलू
शुरुआत में, डिएगो का धार्मिक परिवार इस विचार को स्वीकार करने में हिचकिचा रहा था। उन्हें लगता था कि यह मृत व्यक्ति से बात करने का एक गलत तरीका है। लेकिन डिएगो के समझाने के बाद, परिवार ने इसे स्वीकार कर लिया है।
डिएगो की पत्नी को 2013 में कैंसर का पता चला था, और अब वे दोनों अपनी आवाजों को भी AI के जरिए सहेजने की योजना बना रहे हैं। यह तकनीक उनके लिए अपनी यादों और रिश्तों को हमेशा के लिए सुरक्षित रखने का एक तरीका बन गई है।