सोने की कीमतों ने मंगलवार को एक नया रिकॉर्ड बनाया। घरेलू वायदा बाजार में सोना पहली बार ₹1,10,047 प्रति 10 ग्राम के ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गया। यह जबरदस्त उछाल अंतरराष्ट्रीय बाजारों में आई तेजी और अमेरिकी डॉलर की कमजोरी के कारण हुआ।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर दिसंबर डिलीवरी के लिए सोने का वायदा भाव ₹458 बढ़कर ₹1,10,047 प्रति 10 ग्राम हो गया। इसी तरह, अक्टूबर डिलीवरी वाला कॉन्ट्रैक्ट भी ₹482 बढ़कर ₹1,09,000 प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भी तेजी
विदेशी बाजारों में भी सोने की कीमतों में भारी उछाल देखा गया। अमेरिकी बाजार कॉमेक्स में दिसंबर डिलीवरी वाला सोना $3,694.75 प्रति औंस पर पहुंच गया, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है।
सोने के दाम बढ़ने के कारण
सोने की कीमतों में इस बढ़ोतरी के पीछे कई कारण हैं:
- कमजोर अमेरिकी रोजगार आंकड़े: पिछले हफ्ते अमेरिका के कमजोर रोजगार आंकड़े जारी हुए। इससे यह संभावना बढ़ गई कि फेडरल रिजर्व (अमेरिकी केंद्रीय बैंक) इस साल ब्याज दरों में तीन बार कटौती कर सकता है।
- ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद: ब्याज दरों में कमी से सोने की मांग बढ़ती है, क्योंकि यह निवेशकों के लिए एक अधिक आकर्षक विकल्प बन जाता है। बाजार में अगली फेडरल रिजर्व पॉलिसी बैठक में 0.25% की दर कटौती की उम्मीद की जा रही है।
- कमजोर अमेरिकी डॉलर: अमेरिकी डॉलर में आई कमजोरी से भी सोने को फायदा हुआ है। जब डॉलर कमजोर होता है, तो अन्य मुद्राओं में सोना खरीदना सस्ता हो जाता है, जिससे इसकी अंतरराष्ट्रीय मांग बढ़ती है और कीमतें ऊपर जाती हैं।
यह ऐतिहासिक उछाल सोने में निवेश करने वाले निवेशकों के लिए भारी उत्साह लेकर आया है और यह दर्शाता है कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच सोने का महत्व एक सुरक्षित निवेश के रूप में लगातार बढ़ रहा है।