भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चौकसी, जो बेल्जियम में गिरफ्तार है, को भारत लाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। गृह मंत्रालय ने इस संबंध में बेल्जियम के न्याय मंत्रालय को एक पत्र लिखा है। सूत्रों के अनुसार, मेहुल चौकसी को मुंबई की अर्थर रोड जेल में रखा जाएगा और उसके लिए विशेष तैयारियां की गई हैं।
चौकसी के लिए क्या है खास इंतजाम? मुंबई की अर्थर रोड जेल में मेहुल चौकसी के लिए बैरक नंबर 12 तैयार किया गया है। यह वही बैरक है जहां मुंबई बम धमाकों के दोषी अबू सलेम और 26/11 के आतंकी हमले के आरोपी अजमल कसाब को रखा गया था। यह बैरक अत्यधिक सुरक्षित माना जाता है। सरकार ने बेल्जियम के अधिकारियों को यह सुनिश्चित किया है कि हिरासत के सभी अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन किया जाएगा।
बैरक नंबर 12 की विशेषताएं बैरक नंबर 12 को “अंडा बैरक” के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इसकी संरचना अंडे के आकार की है। इस बैरक में एक उच्च सुरक्षा वाली दीवार और एक मजबूत दरवाजा है। इसके चारों ओर 24 घंटे पहरा होता है और सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाती है। चौकसी को अकेले रखा जाएगा और उसे किसी अन्य कैदी से मिलने की अनुमति नहीं होगी। यह कदम यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है कि उसकी सुरक्षा और गोपनीयता बनी रहे।
भारत लाने की प्रक्रिया मेहुल चौकसी को भारत लाने की प्रक्रिया कानूनी और कूटनीतिक दोनों तरह से जटिल है। भारत सरकार को बेल्जियम सरकार को यह साबित करना होगा कि मेहुल चौकसी के साथ भारत में न्यायपूर्ण व्यवहार किया जाएगा और उसे सभी कानूनी अधिकार मिलेंगे। इसके बाद ही बेल्जियम सरकार उसे भारत को सौंपने की मंजूरी देगी।