भारत-जापान संयुक्त आर्थिक मंच को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की हाल की प्रगति पर प्रकाश डाला, जिसमें राजनीतिक और आर्थिक स्थिरता, साथ ही नीतिगत पारदर्शिता और पूर्वानुमान शामिल है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है और जल्द ही तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है।
जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने अपने संबोधन में दोनों देशों के बीच बढ़ती आर्थिक साझेदारी की सराहना की। उन्होंने कहा कि जापान की उन्नत तकनीक और भारत की उत्कृष्ट प्रतिभा एक-दूसरे की पूरक हैं। उन्होंने “मेक इन इंडिया” पहल में जापानी कंपनियों की महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख किया।
उन्होंने हाल ही में दोनों देशों के बीच हुए नए सहयोग समझौतों पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि ये भारत में निवेश और सहयोग को मजबूत करने के लिए जापान की मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दोनों देश अपनी आपूर्ति श्रृंखलाओं को लगातार मजबूत कर रहे हैं।
इशिबा ने अपनी वाराणसी यात्रा को याद करते हुए भारत की विकास की ऊर्जा की सराहना की। उन्होंने मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल परियोजना में जापानी कंपनियों के सहयोग और मारुति सुजुकी जैसी कंपनियों की सफलता का भी उल्लेख किया, जो भारत में 40 वर्षों से काम कर रही हैं। दोनों नेताओं के बयान भारत और जापान के बीच मजबूत और बढ़ते आर्थिक संबंधों को दर्शाते हैं।