माता वैष्णो देवी मंदिर के मार्ग में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन से बड़ा हादसा हो गया है। इस आपदा में अब तक 30 से अधिक श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है, जबकि 20 से ज्यादा लोग घायल हैं। यह हादसा मंगलवार दोपहर को रियासी जिले की त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित मंदिर के रास्ते में अर्द्धकुंवारी के पास इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास हुआ।
जानकारी के मुताबिक, मंगलवार दोपहर लगभग 3 बजे भारी बारिश के चलते पहाड़ से मिट्टी, पत्थर और चट्टानें खिसक गईं, जिसकी चपेट में कई श्रद्धालु आ गए। घटना के तुरंत बाद स्थानीय प्रशासन, सेना और सीआरपीएफ की टीमों ने मिलकर राहत और बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को तुरंत कटरा के अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। कई मृतकों की पहचान अभी नहीं हो पाई है।
सुरक्षा के मद्देनजर, श्राइन बोर्ड ने वैष्णो देवी की तीर्थयात्रा को अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दिया है। भारी बारिश के कारण कई मार्गों पर भूस्खलन और बाढ़ की स्थिति बनी हुई है, जिससे वैष्णो देवी भवन तक जाने वाले पैदल और घोड़ा मार्गों को भारी नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा, जम्मू क्षेत्र के कई अन्य हिस्सों में भी बारिश से संबंधित घटनाओं के कारण लोगों की जान गई है और यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि जब तक मौसम ठीक न हो जाए, वे यात्रा न करें और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से दूर रहें। इस दुखद घटना ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है और श्रद्धालुओं के बीच शोक की लहर है। अधिकारियों ने बताया कि बचाव अभियान युद्धस्तर पर जारी है और मलबे में दबे हुए लोगों को निकालने की कोशिश की जा रही है।