विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी ने गुरुवार को अपना नामांकन दाखिल कर दिया। इस दौरान गठबंधन के कई वरिष्ठ नेता उनके साथ मौजूद रहे, जो विपक्षी एकता का मजबूत संदेश दे रहे थे।
नामांकन के समय, कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी उपस्थित थे। इन तीनों प्रमुख नेताओं की मौजूदगी ने यह स्पष्ट कर दिया कि कांग्रेस इस उम्मीदवारी का पुरजोर समर्थन कर रही है।
नामांकन दाखिल करने के दौरान, एनसीपी-एससीपी प्रमुख शरद पवार, समाजवादी पार्टी के सांसद राम गोपाल यादव, डीएमके सांसद तिरुचि शिवा और शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत सहित गठबंधन के कई अन्य महत्वपूर्ण नेता भी मौजूद थे। विभिन्न राज्यों और पार्टियों के इन नेताओं का एक मंच पर आना यह दिखाता है कि इंडिया गठबंधन उपराष्ट्रपति चुनाव को एक साझा चुनौती के रूप में ले रहा है।
नामांकन के बाद, बी. सुदर्शन रेड्डी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह संविधान और लोकतंत्र के सिद्धांतों की रक्षा के लिए काम करेंगे। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य उपराष्ट्रपति के रूप में सदन की गरिमा को बनाए रखना और सभी सदस्यों को समान अवसर प्रदान करना होगा। उन्होंने इंडिया गठबंधन के नेताओं का उनके समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया।
नामांकन प्रक्रिया के दौरान, विपक्ष ने सरकार पर संवैधानिक पदों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया और कहा कि यह चुनाव देश के लोकतांत्रिक मूल्यों को बचाने की लड़ाई है। इस नामांकन के बाद अब उपराष्ट्रपति चुनाव की सरगर्मी बढ़ गई है।