भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तबाह हुए अपने आतंकी ढांचे को फिर से खड़ा करने के लिए जैश-ए-मोहम्मद (JeM) एक बड़े अभियान में जुटा हुआ है। खुफिया एजेंसियों से मिली जानकारी के मुताबिक, यह आतंकी संगठन पाकिस्तान में 313 नए ‘मरकज’ (प्रशिक्षण और भर्ती केंद्र) बनाने की योजना बना रहा है और इसके लिए डिजिटल माध्यमों सहित विभिन्न तरीकों से चंदा इकट्ठा कर रहा है।
पिछले कुछ महीनों में, भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoJK) में जैश के कई ठिकानों को निशाना बनाकर भारी नुकसान पहुंचाया था। इस ऑपरेशन में जैश के कई आतंकी कमांडर और लड़ाके मारे गए थे, और उनके बुनियादी ढांचे को भी नष्ट कर दिया गया था। अब, इसी नुकसान की भरपाई के लिए जैश प्रमुख मसूद अजहर के समर्थक बड़े पैमाने पर फंड जुटाने की कोशिश कर रहे हैं।
खुफिया जानकारी के अनुसार, जैश-ए-मोहम्मद ने 313 नए मरकज बनाने के लिए ₹391 करोड़ की राशि जुटाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक और व्हाट्सएप पर पोस्टर और वीडियो प्रसारित किए जा रहे हैं। इन पोस्टरों में लोगों से ‘गाजा के पीड़ितों की मदद’ के नाम पर चंदा देने की अपील की जा रही है, ताकि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की नजर में न आएं। इसके अलावा, जैश के आतंकी शुक्रवार की नमाज के दौरान मस्जिदों में भी गुप्त रूप से चंदा इकट्ठा कर रहे हैं।
इन नए मरकजों का उद्देश्य न केवल नए आतंकियों की भर्ती और प्रशिक्षण करना है, बल्कि भारत में घुसपैठ और आतंकी हमलों की साजिश रचने के लिए सुरक्षित ठिकाने भी बनाना है। जैश की इस हरकत से एक बार फिर यह साबित होता है कि पाकिस्तान अपनी धरती से आतंकवाद को खत्म करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियां जैश की इन गतिविधियों पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं और किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए तैयार हैं।