दिल्ली के जैतपुर इलाके में एक बड़ा हादसा सामने आया है, जहां एक निर्माणाधीन दीवार के गिरने से 8 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है। यह हादसा जैतपुर के हरिनगर पार्ट-2 में हुआ, जहां समाधि स्थल की करीब 100 फुट लंबी और 12 फुट ऊंची यह दीवार अचानक ढह गई। इस हादसे में 10 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं, जिन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि दीवार की नींव कमजोर थी और इतनी लंबी दीवार में एक भी कॉलम नहीं लगाया गया था, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ। समाधि स्थल को मिट्टी का भराव करके बनाया गया था। खाली प्लाट में बनी झुग्गियां काफी गहराई में थीं। बारिश की वजह से दीवार की बुनियाद में पानी गया। बिना पिलर के बनी ऊंची दीवार अचानक भरभराकर जमींदोज हो गई। क्राइम टीम व एफएसएल की टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए हैं।
मारे गए लोगों में से अधिकतर मजदूर और कचरा बीनने वाले लोग थे, जो इस दीवार के पास झुग्गियों में रहते थे। पुलिस और बचाव दल ने मौके पर पहुंचकर मलबे में फंसे लोगों को बाहर निकाला। हादसे के बाद से इलाके में मातम पसरा हुआ है।
पुलिस ने बताया कि इस मामले में FIR दर्ज कर ली गई है और जांच जारी है। यह दीवार एक निर्माणाधीन इमारत की थी। शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि दीवार का निर्माण सही तरीके से नहीं हुआ था। फिलहाल, पुलिस ठेकेदार और बिल्डर की तलाश कर रही है। इस हादसे ने एक बार फिर से निर्माण कार्यों में बरती जा रही लापरवाही को उजागर किया है।
इस हादसे में मरने वालों के परिवार को गहरा सदमा लगा है। एक व्यक्ति ने बताया कि उनका भाई, जो कचरा बीनने का काम करता था, रात में दीवार के पास ही सोया हुआ था, और सुबह यह हादसा हो गया। इस हादसे के बाद स्थानीय प्रशासन पर भी सवाल उठ रहे हैं कि आखिर बिना मानकों के कैसे किसी को निर्माण करने की अनुमति दी गई।