अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर 50% का टैरिफ लगाने के फैसले पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मोदी सरकार की विदेश नीति पर निशाना साधा है। खरगे ने आरोप लगाया कि यह कदम मोदी सरकार की विदेश नीति की “पूरी तरह से विफलता” है। उन्होंने कहा कि सरकार को समझ नहीं आ रहा है कि इस स्थिति से कैसे निपटा जाए, जबकि ट्रंप लगातार भारत को धमकी दे रहे हैं।
खरगे ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच 90 बिलियन डॉलर का व्यापार है और ट्रंप का यह कदम भारतीय निर्यात पर भारी असर डालेगा, जिससे एमएसएमई और किसानों को नुकसान होगा। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि ट्रंप ने 30 नवंबर 2024 को ब्रिक्स देशों पर 100% शुल्क लगाने की धमकी दी थी और उस समय पीएम मोदी वहां मुस्कुरा रहे थे, जबकि ट्रंप ब्रिक्स को “मृत” कह रहे थे।
खरगे ने सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि ट्रंप पाकिस्तान के साथ तेल भंडार पर समझौता करने की बात कर रहे हैं और भारत को धमका रहे हैं, लेकिन सरकार चुप है। उन्होंने कहा, “आप (प्रधानमंत्री) इस विदेश नीति की तबाही के लिए 70 साल की कांग्रेस को भी दोष नहीं दे सकते।” उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के दौर में सातवें बेड़े की धमकियों से लेकर परमाणु परीक्षणों के प्रतिबंधों तक, भारत ने अमेरिका के साथ अपने संबंधों को आत्मसम्मान और गरिमा के साथ निभाया है।
खरगे के इन बयानों से स्पष्ट है कि विपक्ष इस मुद्दे को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है। कांग्रेस का आरोप है कि मोदी सरकार की विदेश नीति लड़खड़ा गई है और वह अमेरिका के दबाव में आ गई है, जिसका सीधा नुकसान भारत की अर्थव्यवस्था और व्यापार को होगा।


