अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में रूस से तेल खरीदने वाले देशों पर 100% टैरिफ लगाने की धमकी दी थी, अब अपने इस बयान से पलटते नजर आ रहे हैं। जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि “मैंने कभी प्रतिशत नहीं कहा, लेकिन हम इस पर काफी कड़ा कदम उठाएंगे।” ट्रंप के इस बदले हुए रुख ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। ट्रंप ने अपने बयान के पीछे एक और बड़ी वजह बताई। उन्होंने कहा कि “देखते हैं आने वाले समय में क्या होता है, कल हमारी रूस के साथ बैठक है।” ट्रंप ने यह कहकर संकेत दिया है कि वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से यूक्रेन युद्ध को लेकर बात करने वाले हैं।
दोहरे रवैये का पर्दाफाश
यह घटना तब हुई जब भारत ने अमेरिका के दोहरे रवैये का पर्दाफाश किया था। भारत ने दावा किया था कि अमेरिका खुद रूस से यूरेनियम और उर्वरक खरीद रहा है। इस आरोप पर ट्रंप ने कहा था, “मुझे इसके बारे में कुछ नहीं पता, हमें इसकी जांच करनी होगी।” ट्रंप के इस जवाब से उनकी स्थिति और भी कमजोर नजर आई।
भारत की तरफ से दिए गए सबूत पर दबाव बढ़ा
एक्सपर्ट्स का मानना है कि ट्रंप ने यह यू-टर्न इसलिए लिया क्योंकि भारत की तरफ से दिए गए सबूत और रूस के कूटनीतिक समर्थन ने उन पर दबाव बढ़ा दिया था। इसके अलावा, ट्रंप यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए अपनी कोशिशों को दिखाना चाहते हैं, ताकि वे अपनी छवि को मजबूत कर सकें। पुतिन से मुलाकात की बात कहकर वह यह संदेश देना चाहते हैं कि वह शांति स्थापित करने के लिए गंभीर हैं। यह ट्रंप की कूटनीति का एक नया दांव हो सकता है।