भारत के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज़ के बारे में एक बड़ा बयान दिया है। उनका मानना है कि भले ही भारत ने कुछ मैचों में बेहतर प्रदर्शन किया हो, लेकिन जब तक भारतीय टीम 5वें टेस्ट को ड्रॉ नहीं करा लेती या जीत नहीं लेती, तब तक इंग्लैंड को ही बेहतर टीम माना जाएगा।
गावस्कर ने कहा, ‘कुल मिलाकर, अगर हम सभी पांचों मैचों को देखें, तो यह कुछ ऐसा है कि एक टीम ने अधिक मैच जीते हैं और दूसरी टीम ने अधिक सेशन जीते हैं। लेकिन अंत में, नतीजा ही मायने रखता है। जब तक भारत यह मैच जीतकर सीरीज़ बराबर नहीं कर लेता, तब तक आपको यह मानना होगा कि इंग्लैंड बेहतर टीम है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपने कितने सेशन जीते हैं, क्योंकि आखिर में सिर्फ जीत ही मायने रखती है।’
गावस्कर का यह बयान भारतीय क्रिकेट टीम की मौजूदा स्थिति पर गहरी टिप्पणी करता है।
भारत ने इस सीरीज़ में कुछ शानदार प्रदर्शन किए हैं और कई सत्रों में इंग्लैंड पर हावी रहा है, लेकिन मैच जीतने में असफलता टीम की एक बड़ी कमजोरी बनकर उभरी है। यह दिखाता है कि टीम को अपने बेहतर प्रदर्शन को जीत में बदलने की ज़रूरत है।
सुनील गावस्कर का यह विश्लेषण इस बात पर जोर देता है कि क्रिकेट में केवल अच्छा प्रदर्शन करना ही काफी नहीं है, बल्कि उस प्रदर्शन को मैच के नतीजे में बदलना ही असली सफलता है। भारत के पास 5वें टेस्ट में अपनी क्षमता साबित करने का अंतिम मौका होगा।