पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने एक बार फिर से विवादित बयान दिया है। उन्होंने केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि पहलगाम हमले के लिए न तो अमेरिका और न ही संयुक्त राष्ट्र (UN) ने सीधे तौर पर पाकिस्तान को दोषी ठहराया है। अय्यर ने कहा कि भारत के पास पाकिस्तान की संलिप्तता का कोई ठोस सबूत नहीं है।
अय्यर ने सरकार द्वारा पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक समर्थन जुटाने के लिए भेजे गए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने जिन 33 देशों का दौरा किया, उनमें से इजराइल को छोड़कर किसी ने भी पाकिस्तान का नाम नहीं लिया। अय्यर ने कहा कि हम अकेले ही हैं जो पाकिस्तान पर उंगली उठा रहे हैं, लेकिन कोई भी हमारी बात पर यकीन करने को तैयार नहीं है।
मणिशंकर अय्यर ने विदेश नीति पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि केंद्र सरकार की कूटनीति पूरी तरह से विफल रही है। उन्होंने कहा कि भारत अलग-थलग पड़ चुका है और हमारे पास ऐसे कोई सबूत नहीं हैं जो यह साबित कर सकें कि पाकिस्तान की कौन सी एजेंसी इस हमले के पीछे है। हालांकि, अय्यर के इस बयान की कई हलकों में आलोचना हो रही है। खासकर, जब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की एक रिपोर्ट में पहलगाम हमले के लिए सीधे तौर पर पाकिस्तान से जुड़े आतंकी संगठन “द रेजिस्टेंस फ्रंट” (TRF) का नाम लिया गया है। वहीं, अमेरिका ने भी इस हमले की निंदा करते हुए भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया है।