बिहार के खगड़िया जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां कुछ शरारती तत्वों ने ऑनलाइन आवासीय प्रमाण पत्र के लिए भगवान राम, माता सीता और यहां तक कि कौआ जैसे नाम का इस्तेमाल करते हुए आवेदन जमा कर दिए। इन फर्जी आवेदनों का खुलासा तब हुआ, जब सत्यापन की प्रक्रिया के दौरान अधिकारियों ने इन नामों और उनसे जुड़े दस्तावेजों को देखा। बिहार के सहरसा जिले में भी ‘डॉग बाबू’ के नाम से निवास प्रमाण पत्र बनाने के लिए फर्जी आवेदन का मामला सामने आया है। यह घटना सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड कार्यालय में सामने आई, जहां एक अज्ञात व्यक्ति ने ऑनलाइन आवेदन दाखिल किया। इस फर्जी आवेदन में, आवेदक का नाम “डॉग बाबू” और पिता का नाम “कुत्ता बाबू” और माता का नाम “कुटिया देवी” दर्ज किया गया था। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब सत्यापन प्रक्रिया के दौरान अधिकारियों को यह अजीबोगरीब आवेदन मिला।
छवि धूमिल करने की कोशिश
अधिकारियों ने इस घटना को बिहार सरकार की ऑनलाइन सेवाओं की छवि को धूमिल करने का प्रयास बताया है। यह घटना जिले के चौथम, गोगरी और खगड़िया अंचलों में सामने आई है, जहां बड़ी संख्या में ऐसे फर्जी आवेदन पाए गए। इन आवेदनों में न केवल फर्जी नाम थे, बल्कि जन्मतिथि, आधार कार्ड नंबर और पते भी गलत या मनगढ़ंत थे।
FIR दर्ज, जांच जारी
इस गंभीर मामले को देखते हुए, संबंधित अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई की। खगड़िया के अंचल अधिकारी (CO) ने इस मामले में पुलिस में प्राथमिकी (FIR) दर्ज कराई है। पुलिस अब उन अज्ञात व्यक्तियों की तलाश कर रही है, जिन्होंने इस तरह के आवेदन जमा किए हैं। अधिकारियों का मानना है कि यह किसी संगठित समूह का काम हो सकता है जो सरकार के ऑनलाइन सिस्टम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाना चाहता है।
लोगों की प्रतिक्रिया
इस खबर से सोशल मीडिया पर भी काफी चर्चा है। लोग इस तरह के कृत्यों की निंदा कर रहे हैं और कह रहे हैं कि यह धार्मिक भावनाओं का भी अपमान है। दूसरी ओर, कुछ लोग इसे ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया में मौजूद खामियों को उजागर करने का तरीका भी बता रहे हैं। हालांकि, अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि ऐसे शरारती तत्वों को बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।