राहुल गांधी ने बिहार में जारी SIR (सामाजिक, आर्थिक और जातिगत सर्वेक्षण) के मुद्दे पर टिप्पणी करते हुए चुनाव आयोग पर वोट चोरी का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि उनके पास इस बात के स्पष्ट सबूत हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए चुनाव आयोग ने एक बयान जारी कर कहा, “ऐसे गैरजिम्मेदाराना बयानों पर ध्यान मत दीजिए। यह लोकतंत्र में विश्वास को कमजोर करने की कोशिश है।”
लोकतंत्र को कमजोर करने का आरोप
चुनाव आयोग ने आगे कहा कि इस तरह के बेबुनियाद आरोप, देश की सबसे महत्वपूर्ण लोकतांत्रिक संस्थाओं में से एक की विश्वसनीयता को कम करने की कोशिश है। आयोग ने कहा कि वह हमेशा निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से चुनाव कराता आया है और आगे भी कराता रहेगा।
आयोग ने दिया चेतावनी
चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के उस बयान की भी निंदा की, जिसमें उन्होंने कहा था कि “भले ही आप सेवानिवृत्त हो जाएं, हम आपको ढूंढ निकालेंगे।” आयोग ने इसे अधिकारियों को धमकाने और उनके मनोबल को तोड़ने की कोशिश बताया। आयोग ने कहा कि यह एक खतरनाक प्रवृत्ति है, जो लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिए हानिकारक है।
मामले की पूरी जांच
चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि वह इस मामले पर कानूनी सलाह ले रहा है और उचित कार्रवाई की जाएगी। आयोग ने सभी राजनीतिक दलों से आग्रह किया है कि वे इस तरह के बेबुनियाद आरोप लगाने से बचें और देश की लोकतांत्रिक संस्थाओं का सम्मान करें।