1 अगस्त, 2025 को भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत लाल निशान पर हुई। अमेरिकी टैरिफ से जुड़ी चिंताओं और विदेशी निवेशकों की बिकवाली के कारण प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही लुढ़क गए।
बाजार में गिरावट के प्रमुख कारण:
- अमेरिकी टैरिफ का असर: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से आयात होने वाले कुछ उत्पादों पर 25% का टैरिफ लगाने की घोषणा की है। हालांकि इस टैरिफ को लागू करने की तारीख को 7 दिन के लिए टाल दिया गया है, लेकिन निवेशकों में इस बात को लेकर डर बना हुआ है कि इसका भारत के निर्यात और अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
- विदेशी निवेशकों की बिकवाली: विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने लगातार भारतीय बाजारों से अपनी पूंजी निकाली है, जिससे बाजार पर दबाव बढ़ा है।
- क्षेत्रीय बाजार में गिरावट: अमेरिका के टैरिफ ने एशियाई बाजारों को भी प्रभावित किया है, जिसके चलते अधिकांश एशियाई शेयर बाजार लाल निशान पर खुले।
बाजार की मौजूदा स्थिति:
- सेंसेक्स: बीएसई सेंसेक्स 100 से अधिक अंकों की गिरावट के साथ 81,000 के स्तर के आसपास कारोबार कर रहा है।
- निफ्टी: निफ्टी 50 भी शुरुआती कारोबार में 50 अंकों से ज्यादा गिरकर 24,700 के स्तर से नीचे आ गया।
किन सेक्टरों पर दबाव?
अमेरिकी टैरिफ से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले सेक्टरों, जैसे टेक्सटाइल, ऑटो कंपोनेंट्स, और फार्मा से जुड़ी कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली देखी गई है। वहीं, कुछ कंपनियों ने अपने तिमाही नतीजे घोषित किए हैं, जैसे कि अदानी एंटरप्राइजेज ने मुनाफे में कमी दर्ज की है, जबकि मारुति सुजुकी ने मामूली मुनाफा बढ़ाया है। विशेषज्ञों का मानना है कि निवेशकों को फिलहाल सतर्क रहना चाहिए और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार से जुड़ी खबरों पर नजर बनाए रखनी चाहिए।