2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में साध्वी प्रज्ञा सहित सभी आरोपियों को एनआईए कोर्ट द्वारा बरी किए जाने पर मध्य प्रदेश की पूर्व सीएम उमा भारती ने कहा कि मैं इतनी खुश हूं कि मेरे पास व्यक्त करने के लिए शब्द नहीं हैं। जब प्रज्ञा नासिक जेल में थीं, मुझे एक पुलिस अधिकारी के माध्यम से पता चला कि उन्हें बहुत प्रताडि़त किया गया। मैं उनसे मिलने गई थी जब कोई और नहीं जाता था। जब मैं उनसे मिली तो मैं रोई। उमा ने कहा कि जिस तरह से उन्हें प्रताडि़त किया गया, वह किसी भी महिला के लिए सहन करना बहुत मुश्किल है। मैं पूछना चाहती हूं कि पी. चिदंबरम, दिग्विजय सिंह, राहुल गांधी, वामपंथी, समाजवादी और कांग्रेस के नेताओं को क्या सजा मिलनी चाहिए, जिन्होंने भगवा आतंक शब्द को स्थापित करने की कोशिश की? उनके खिलाफ असाधारण कार्रवाई की जानी चाहिए।
कांग्रेस के गाल पर तमाचा लगा : विजयवर्गीय
मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, मालेगांव में सनातन धर्म को बदनाम करने की साजिश की गई थी। एक नए शब्द का ईजाद किया गया, हिंदू आतंकवाद। पूरा विश्व जानता है कि जो लोग जहां भी संकट में हैं, हिंदुस्तान ने उन्हें हमेशा पनाह दी है। आज पूरी कांग्रेस के गाल पर तमाचा लगा है। यह कांग्रेस के लिए शर्म से डूबने वाली बात है। हम लोग इस निर्णय के बाद कांग्रेस के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई करवाएंगे।
हिंदू आतंकवाद को थोपने का था षड्यंत्र : रविशंकर
मालेगांव ब्लास्ट मामले में एनआईए कोर्ट द्वारा सभी आरोपियों को बरी किए जाने पर भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा, हिंदू आतंकवाद को देश के ऊपर जबरन थोपने का जो कांग्रेस पार्टी का षड्यंत्र था वह आज ध्वस्त हो गया है। मालेगांव ब्लास्ट मामले में जो कोर्ट का फैसला आया है, उसमें कहा गया है कि किसी भी आरोपी के खिलाफ कोई सबूत नहीं था। कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ लडऩे वाले कर्नल पुरोहित पर आरोप लगे। प्रज्ञा ठाकुर पर ब्लास्ट में अपनी मोटरसाइकिल इस्तेमाल करने का आरोप लगा। उन्हें इतना प्रताडि़त किया गया कि उसके बाद वह चल भी नहीं सकती थीं। यह विशुद्ध वोट बैंक की राजनीति के लिए कांग्रेस की साजिश थी। उन्होंने कहा कि हम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं।