समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार की विदेश नीति पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जब भारत को जरूरत पड़ी, तो कोई देश उसके साथ खड़ा नहीं हुआ, जो सरकार की ‘असफल विदेश नीति’ का प्रमाण है। यादव ने सरकार से आग्रह किया कि वह अगले 10 साल तक चीन से किसी भी सामान को भारत में आने की अनुमति न दे। उन्होंने ये टिप्पणियां सोमवार को चर्चा के दौरान कीं।
अखिलेश यादव ने अपने संबोधन में कहा, “हमारी विदेश नीति असफल रही है। जब हमें अपने अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों की सबसे ज्यादा जरूरत थी, तब कोई देश हमारे साथ मजबूती से खड़ा नहीं दिखा। यह हमारी सरकार की बड़ी विफलता है, जो वैश्विक मंच पर भारत की स्थिति को कमजोर कर रही है।”
उन्होंने विशेष रूप से चीन का मुद्दा उठाया और सरकार की आर्थिक नीतियों पर सवाल उठाए। यादव ने कहा, “सरकार को यह कड़ा फैसला लेना चाहिए कि अगले 10 साल तक हम चीन का कोई भी सामान भारत में नहीं आने देंगे। जब तक हम आर्थिक रूप से मजबूत नहीं होंगे और चीन पर हमारी निर्भरता कम नहीं होगी, तब तक वे (चीन) हमें आंख दिखाते रहेंगे।” उन्होंने तर्क दिया कि चीन पर आर्थिक निर्भरता कम करना न केवल सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण है, बल्कि भारत के घरेलू उद्योगों और रोजगार सृजन के लिए भी आवश्यक है।
अखिलेश यादव ने इस बात पर भी जोर दिया कि सरकार को अपनी नीतियों पर गंभीरता से विचार करना चाहिए और देश हित में ठोस कदम उठाने चाहिए। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि वह केवल बयानबाजी के बजाय जमीनी स्तर पर काम करे, ताकि देश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत बनाया जा सके।