भारतीय क्रिकेट टीम को इंग्लैंड के खिलाफ चल रही एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के चौथे टेस्ट के पहले दिन एक बड़ा झटका लगा है। टीम के उपकप्तान और स्टार विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत के पैर में चोट लगने के बाद अब पुष्टि हो गई है कि उनके पैर के अंगूठे में फ्रैक्चर हो गया है। इस चोट के कारण उन्हें कम से कम 6 हफ्तों के लिए क्रिकेट से दूर रहना पड़ेगा। यह खबर भारतीय टीम और करोड़ों फैंस के लिए निराशाजनक है।
चोट कैसे लगी और उसकी गंभीरता
मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड ग्राउंड में खेले जा रहे मैच के पहले दिन भारत की बल्लेबाजी के दौरान 68वें ओवर में क्रिस वोक्स की गेंद पंत के दाहिने पैर के अंगूठे पर जा लगी। पंत रिवर्स स्वीप खेलने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन गेंद सीधे उनके पैर से टकराई। चोट लगते ही पंत दर्द से कराह उठे और उन्हें तुरंत मैदान से बाहर ले जाया गया। पैर में सूजन और खून बहने के कारण उनकी हालत गंभीर दिख रही थी। उन्हें एम्बुलेंस के माध्यम से स्कैन के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां फ्रैक्चर की पुष्टि हुई।
सीरीज से बाहर होने की संभावना
इस चोट का मतलब है कि ऋषभ पंत न केवल मैनचेस्टर टेस्ट की दूसरी पारी में बल्लेबाजी नहीं कर पाएंगे, बल्कि वह इंग्लैंड के खिलाफ चल रही टेस्ट सीरीज के आखिरी मैच से भी बाहर हो गए हैं। उनकी अनुपस्थिति भारतीय टीम के लिए एक बड़ा नुकसान है, खासकर टेस्ट क्रिकेट में उनकी आक्रामक बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग कौशल को देखते हुए।
पंत की यह इस सीरीज में दूसरी चोट है। इससे पहले लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान विकेटकीपिंग करते हुए उनकी उंगली में भी चोट लगी थी। बीसीसीआई की मेडिकल टीम उनकी स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है। उम्मीद है कि पंत जल्द ही पूरी तरह से ठीक होकर मैदान पर वापसी करेंगे। उनकी गैरमौजूदगी में टीम इंडिया के लिए चुनौती बढ़ गई है।