भारतीय ग्रैंडमास्टर कोनेरू हम्पी ने जॉर्जिया के बटुमी में खेले जा रहे फिडे महिला शतरंज विश्व कप में नया इतिहास रच दिया है। उन्होंने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में चीनी अंतरराष्ट्रीय मास्टर युक्सिन सोंग को मात देकर सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है। इसी के साथ हम्पी महिला चेस विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गई हैं, जो भारतीय शतरंज के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा।
हम्पी ने युक्सिन सोंग के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया। पहले गेम में जीत दर्ज करने के बाद, उन्होंने रविवार को खेले गए दूसरे गेम को ड्रॉ खेलकर 1.5-0.5 के स्कोर के साथ सेमीफाइनल का टिकट हासिल कर लिया। उनकी यह जीत भारतीय शतरंज के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि इससे पहले कोई भी भारतीय महिला खिलाड़ी इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के सेमीफाइनल तक नहीं पहुंच पाई थी। 2023 में हरिका द्रोणावल्ली ने क्वार्टर फाइनल तक का सफर तय किया था, लेकिन अब हम्पी उनसे एक कदम आगे निकल गई हैं।
कोनेरू हम्पी लंबे समय से भारतीय शतरंज का एक प्रमुख चेहरा रही हैं और उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देश का नाम रोशन किया है। उनकी यह जीत न केवल उनकी व्यक्तिगत प्रतिभा का प्रमाण है, बल्कि भारत में महिला शतरंज के बढ़ते कद को भी दर्शाती है।
सेमीफाइनल में पहुंचकर हम्पी ने कम से कम चौथा स्थान तो पक्का कर लिया है, और अब उनके पास शीर्ष तीन में जगह बनाने के दो मौके होंगे। इस टूर्नामेंट में शीर्ष तीन खिलाड़ियों को महिला कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए सीधी क्वालिफिकेशन मिलती है। पूरे देश की निगाहें अब हम्पी पर टिकी हैं, यह देखने के लिए कि क्या वह इस ऐतिहासिक सफर को जारी रखते हुए विश्व कप के फाइनल में पहुंच पाती हैं।