नोएडा स्थित शारदा यूनिवर्सिटी में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक छात्रा ने कथित तौर पर अपने प्रोफेसरों से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। छात्रा की पहचान गुरुग्राम निवासी ज्याति शर्मा के रूप में हुई है, जो विश्वविद्यालय में पढ़ती थी। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसमें ज्योति ने अपनी मौत के लिए दो प्रोफेसरों को जिम्मेदार ठहराया है।
ज्योति का शव उसके हॉस्टल के कमरे में फंदे से लटका मिला। हॉस्टल प्रबंधन और अन्य छात्रों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जांच के दौरान पुलिस को ज्योति के कमरे से एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें उसने स्पष्ट रूप से लिखा है कि वह अपने दो प्रोफेसरों की वजह से यह कदम उठा रही है। नोट में उसने प्रोफेसरों पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने और उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
ज्योति ने सुसाइड नोट में लिखा, ‘अगर मैं मर जाऊं तो पीसीपी और डेंटल मैटीरियल के टीचर ही दोषी होंगे। महिंदर सर और शायरा मैम मेरी मौत की जिम्मेदार होंगी। मैं चाहती हूं कि वो दोनों सलाखों के पीछे जाएं। उन्होंने मुझे मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया, मुझे अपमानित किया। मैं उनकी वजह से तनाव में हूं। मैं चाहती हूं कि वो भी यही सब सहें। आई एम सॉरी… मैं और नहीं जी सकती।’
सुसाइड नोट के आधार पर, नोएडा पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपी प्रोफेसरों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस फिलहाल गिरफ्तार किए गए प्रोफेसरों से पूछताछ कर रही है और मामले की गहनता से जांच कर रही है ताकि घटना के पीछे के वास्तविक कारणों का पता लगाया जा सके।
इस घटना के बाद शारदा यूनिवर्सिटी परिसर में शोक और आक्रोश का माहौल है। छात्र समुदाय में सुरक्षा और उत्पीड़न के मामलों को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है और पुलिस जांच में पूरा सहयोग करने का आश्वासन दिया है। यह घटना एक बार फिर शिक्षण संस्थानों में छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और उन्हें मिलने वाले माहौल पर सवाल खड़े करती है।