राजस्थान के चूरू जिले में आज एक बड़ा हादसा हो गया, जब भारतीय वायुसेना का एक जगुआर फाइटर जेट दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह हादसा जिले के रतनगढ़ इलाके के भानुदा गांव के पास हुआ, जिसमें पायलट सहित दो लोगों की मौत हो गई है। घटनास्थल पर विमान का मलबा दूर तक बिखरा हुआ है और आग की लपटें तथा धुआं उठते हुए देखा गया।
भारतीय वायुसेना का यह जगुआर लड़ाकू विमान सूरतगढ़ एयरबेस से उड़ान भरने के कुछ देर बाद दोपहर करीब 12:40 बजे भानुदा गांव के कृषि क्षेत्र में गिर गया। विमान गिरने के साथ ही जोरदार धमाका हुआ, जिसने पूरे इलाके को हिला दिया। ग्रामीणों ने आसमान में तेज आवाज के बाद खेतों में आग की लपटें और काला धुआं उठते देखा, जिसके बाद वे तुरंत मौके पर पहुंचे।
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस, प्रशासन और वायुसेना की टीमें तत्काल घटनास्थल पर पहुंचीं। विमान के मलबे के पास से मानव अवशेष मिले हैं, जिसमें एक पायलट का शव भी शामिल है। दूसरे मृतक की पहचान अभी नहीं हो पाई है और यह स्पष्ट नहीं है कि वह नागरिक था या विमान में सवार कोई और व्यक्ति। शव बुरी तरह क्षत-विक्षत अवस्था में मिले हैं, जिससे पहचान करना मुश्किल हो रहा है।
पूरे इलाके को सुरक्षा के मद्देनजर सील कर दिया गया है और बचाव अभियान जारी है। भारतीय वायुसेना ने घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं ताकि दुर्घटना के कारणों का पता लगाया जा सके। प्रारंभिक रिपोर्ट्स में तकनीकी खराबी की आशंका जताई जा रही है, हालांकि आधिकारिक पुष्टि होना अभी बाकी है।
यह इस साल जगुआर विमान से जुड़ा तीसरा हादसा है। इससे पहले मार्च में हरियाणा के अंबाला और अप्रैल में गुजरात के जामनगर में भी जगुआर विमान दुर्घटनाग्रस्त हुए थे। इस घटना ने एक बार फिर भारतीय वायुसेना के पुराने पड़ते लड़ाकू विमानों के बेड़े और उनके रखरखाव पर सवाल खड़े कर दिए हैं।