उत्तर प्रदेश की राजनीति में बयानबाजी का दौर लगातार जारी है। इसी कड़ी में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष और योगी सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव पर एक बार फिर तीखा हमला बोला है। एक बयान में राजभर ने यादव समुदाय पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने पहले मुसलमानों का हक छीना और अब ब्राह्मणों के अधिकारों का भी हनन कर रहे हैं।
ओपी राजभर ने अखिलेश यादव और उनकी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा, “यादवों ने सबसे पहले मुस्लिमों का हक लूटा। जब सपा की सरकार थी, तो मुसलमानों को उनके हक से वंचित किया गया और उसका लाभ यादवों ने उठाया। अब ये लोग ब्राह्मणों का हक लूटने पर आ गए हैं।” राजभर ने दावा किया कि सपा की राजनीति केवल एक विशेष वर्ग के इर्द-गिर्द घूमती है और वह समाज के अन्य वर्गों के हितों की अनदेखी करती है।
राजभर का यह बयान ऐसे समय आया है जब उत्तर प्रदेश में जातिगत समीकरणों को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज है। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा केवल ‘एम-वाई’ (मुस्लिम-यादव) समीकरण की बात करती है, लेकिन सत्ता में आने पर वह भी सिर्फ एक समुदाय को लाभ पहुंचाती है। राजभर ने दोहराया कि उनकी पार्टी सभी वर्गों को साथ लेकर चलने की पक्षधर है और सामाजिक न्याय के लिए प्रतिबद्ध है।
सपा की ओर से अभी तक ओपी राजभर के इस बयान पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, माना जा रहा है कि यह बयान प्रदेश की सियासत में नई बहस को जन्म देगा और जाति आधारित राजनीति को और हवा देगा। राजभर अक्सर अपने विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं, और उनके इस ताजा हमले से विपक्षी खेमे में हलचल मच गई है।