हेडिंग्ले में खेले गए पहले टेस्ट मैच में भारत को इंग्लैंड के हाथों 5 विकेट से करारी हार का सामना करना पड़ा। एक समय मजबूत स्थिति में दिख रही भारतीय टीम ने 371 रनों का लक्ष्य इंग्लैंड को दिया था, जिसे मेजबान टीम ने बेन डकेट के शानदार शतक और जो रूट व जेमी स्मिथ की उपयोगी पारियों की बदौलत आसानी से हासिल कर लिया। यह इंग्लैंड द्वारा टेस्ट क्रिकेट में पीछा किया गया दूसरा सबसे बड़ा सफल लक्ष्य है।
मैच के आखिरी दिन इंग्लैंड को जीत के लिए 350 रनों की दरकार थी। बेन डकेट (149) और जैक क्रॉली (65) की सलामी जोड़ी ने 188 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी कर भारत को बैकफुट पर धकेल दिया। इस साझेदारी ने 72 साल पुराना भारत के खिलाफ चौथी पारी में सबसे बड़ी ओपनिंग पार्टनरशिप का रिकॉर्ड तोड़ा।
भारत ने अपनी पहली पारी में 471 रन बनाए थे, जिसके जवाब में इंग्लैंड ने 465 रन बनाए और भारत को 6 रनों की मामूली बढ़त मिली। दूसरी पारी में भारत ने केएल राहुल (137) और ऋषभ पंत (118) के शतकों की बदौलत 364 रन बनाए, जिससे इंग्लैंड को 371 रनों का लक्ष्य मिला। भारतीय टीम के लिए यह हार बेहद निराशाजनक रही, क्योंकि उन्होंने मैच में कुल 835 रन बनाए थे, जो टेस्ट में 800+ रन बनाकर हारने वाली टीमों की सूची में चौथा सबसे बड़ा स्कोर है।
इस हार के साथ ही भारत ने टेस्ट इतिहास में कई शर्मनाक रिकॉर्ड भी अपने नाम किए, जिसमें एक टेस्ट में 5 शतक लगाने के बावजूद हारने वाली पहली टीम बनना शामिल है। इंग्लैंड ने इस जीत के साथ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। बेन डकेट को उनकी शानदार शतकीय पारी के लिए ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया।