भारतीय शेयर बाजारों ने आज जोरदार उछाल दर्ज की, क्योंकि पश्चिम एशिया में तनाव कम होने और शांति की उम्मीद बढ़ने से निवेशकों का भरोसा लौटा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा इजरायल और ईरान के बीच युद्धविराम (सीजफायर) की घोषणा के बाद वैश्विक बाजारों में सकारात्मक माहौल बना, जिसका सीधा असर दलाल स्ट्रीट पर भी दिखा।
सुबह के कारोबार में ही सेंसेक्स 900 अंकों से अधिक उछलकर 82,782 के स्तर पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी भी 25,200 के महत्वपूर्ण स्तर को पार कर 25,232 पर कारोबार कर रहा था। यह उछाल सोमवार को हुए नुकसान की भरपाई से कहीं अधिक थी, जब मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के चलते बाजार लाल निशान में बंद हुए थे।
बाजार विश्लेषकों का कहना है कि पश्चिम एशिया में भू-राजनीतिक स्थिरता की संभावना से कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आई है, जिसका भारतीय अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। कच्चे तेल की सस्ती कीमतें आयात बिल को कम करती हैं और कंपनियों की परिचालन लागत को भी घटाती हैं, जिससे उनके मुनाफे में सुधार होता है।
आज के कारोबार में लगभग सभी प्रमुख सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में थे। विशेष रूप से बैंकिंग, वित्तीय सेवाएँ, ऑटो, आईटी, मेटल, पीएसयू बैंक, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और ऑयल एंड गैस शेयरों में 1 से 2 प्रतिशत की तेजी देखी गई। पेंट और टायर कंपनियों के शेयरों में भी तेजी आई, क्योंकि कच्चे तेल की कीमतों में कमी का सीधा फायदा इन उद्योगों को मिलता है।
हालांकि, ईरान ने अमेरिकी राष्ट्रपति के सीजफायर के दावों को खारिज कर दिया है, लेकिन बाजारों ने इस खबर को सकारात्मक रूप से लिया है। निवेशक उम्मीद कर रहे हैं कि क्षेत्र में तनाव आगे नहीं बढ़ेगा, जिससे वैश्विक व्यापार और आपूर्ति श्रृंखलाएं बाधित नहीं होंगी। इस उम्मीद के चलते विदेशी और घरेलू दोनों तरह के निवेशकों की खरीददारी देखने को मिली, जिससे बाजार को मजबूती मिली। आने वाले दिनों में पश्चिम एशिया के घटनाक्रम पर बाजार की नजर बनी रहेगी।