ईरान के तीन मुख्य परमाणु ठिकानों फोर्डो, नतांज और इस्फाहान पर अमेरिकी विमानों की ओर से हमला किया गया है। ट्रंप ने बताया था कि फोर्डो पर छह बंकर-बस्टर बम गिराए गए, जबकि अन्य परमाणु ठिकानों पर 30 टॉमहॉक मिसाइलें दागी गईं। ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिका के हवाई हमलों के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की जमकर सराहना की है। नेतन्याहू ने कहा कि ट्रंप ने “ईरान को परमाणु हथियार बनाने से रोका” और इतिहास उन्हें इस महत्वपूर्ण कदम के लिए हमेशा याद रखेगा। नेतन्याहू ने कहा, “मैंने हमेशा कहा है कि ईरान को परमाणु हथियार हासिल करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी दृढ़ता और निर्णायक कार्रवाई से ईरान के परमाणु कार्यक्रम को रोकने का असंभव कार्य किया है। आज जो कुछ हुआ है, वह उसी दूरदर्शिता का परिणाम है।” उन्होंने आगे कहा, “इतिहास ट्रंप के इस साहसिक निर्णय को याद रखेगा, जिसने दुनिया को एक खतरनाक परमाणु ईरान से बचाया।”
यह बयान ऐसे समय में आया है जब ईरान और अमेरिका के बीच तनाव अपने चरम पर है। ईरान ने अमेरिकी हमले को “राज्य आतंकवाद” करार दिया है और जवाबी कार्रवाई की धमकी दी है, जबकि राष्ट्रपति ट्रंप ने भी ईरान को किसी भी जवाबी कार्रवाई के खिलाफ कड़ी चेतावनी दी है। नेतन्याहू का बयान इन हमलों को इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा हितों के अनुरूप एक आवश्यक कदम के रूप में प्रस्तुत करता है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने इस स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की है और सभी पक्षों से संयम बरतने का आग्रह किया है।