गर्मी से झुलसने वालों के लिए एक अच्छी खबर है कि मानसून जो पिछले 13 दिनों से अटका हुआ था, वह अब आगे बढऩा शुरू हो गया है। मौसम विभाग और स्काईमेट वेदर सर्विसेज के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बन रहे नए मौसमी सिस्टम और चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र मानसून को रफ्तार देंगे, जिससे उत्तर की ओर इसकी प्रगति होगी। मौसम विभाग ने 12 से 15 जून के दौरान कर्नाटक में भारी से बहुत भारी वर्षा और 13 से 15 जून के दौरान कोंकण और गोवा में कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना जताई है। आने वाले दिनों में उत्तर-पश्चिम भारत को भी गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है, क्योंकि मानसून की प्रगति से बारिश की गतिविधियां बढ़ेंगी। हालांकि, उत्तर, मध्य और पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों में अभी भी गर्मी और उमस भरा मौसम बना रह सकता है।
कहां तक पहुंचा मानसून?
मानसून ने इस बार केरल में 24 मई को ही दस्तक दे दी थी, जो सामान्य तिथि 1 जून से काफी पहले है। इसके बाद इसने दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों और पूर्वोत्तर राज्यों में भी प्रवेश किया। हालांकि बीच में इसकी रफ्तार धीमी पड़ गई थी, जिससे कई राज्यों में भीषण गर्मी जारी रही। अब यह पश्चिम में मुंबई और पूर्व में सिक्किम-उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल तक पहुंच चुका है।
आपके राज्य में बारिश की संभावित तिथियां
कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश (तटीय) में जून के पहले सप्ताह। ओडिशा, छत्तीसगढ़ में 10-12 जून। मध्य प्रदेश में 15-18 जून (सबसे पहले बालाघाट से प्रवेश)। झारखंड और बिहार में 15-18 जून। गुजरात में 15 जून के आसपास। उत्तर प्रदेश (पूर्वी) में 20 जून और पश्चिमी में 25-30 जून। दिल्ली में 25-27 जून। राजस्थान में 20-25 जून (पूरे राज्य में 25 जून से 5 जुलाई तक)। पंजाब और हरियाणा में 26-28 जून। उत्तराखंड में 20-30 जून। हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में 25 जून के बाद। पूर्वोत्तर राज्य (असम, मेघालय, सिक्किम) में 13 जून से बारिश में तेजी आएगी।