लक्षद्वीप को लेकर भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने की काफी बात हुई है, खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा के बाद। लेकिन अब एक इन्फ्लुएंसर ने लक्षद्वीप की यात्रा प्रक्रिया पर अपनी भड़ास निकाली है, जिसमें उन्होंने कहा कि वहां जाने के लिए परमिट मिलने में 15 से 20 दिन लग जाते हैं, इतने में तो विदेश जाने के लिए वीजा भी मिल जाता है। इन्फ्लुएंसर ने एक वीडियो साझा करते हुए अपने अनुभव बताए, जिसमें उन्होंने बताया कि लक्षद्वीप की प्राकृतिक सुंदरता तो कमाल की है, लेकिन वहां तक पहुंचना काफी मुश्किल है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने लक्षद्वीप को बहुत अच्छे से प्रमोट किया है, लेकिन जमीनी स्तर पर वहां जाने की प्रक्रिया बहुत जटिल है।
पुलिस वेरिफिकेशन में 15 से 20 दिन का समय
इन्फ्लुएंसर के अनुसार, लक्षद्वीप जाने के लिए सबसे पहले पुलिस वेरिफिकेशन कराना पड़ता है, जिसमें कम से कम 15 से 20 दिन का समय लगता है। उन्होंने यह भी बताया कि विदेश जाने के लिए वीजा अक्सर इससे कम समय में ही मिल जाता है। इस कारण कई लोग लक्षद्वीप की यात्रा की योजना बनाने से हिचकिचाते हैं।
मालदीव यात्रा है ज्यादा आसान
उन्होंने मालदीव से तुलना करते हुए कहा कि पर्यटन के मामले में मालदीव काफी आगे है, क्योंकि वहां जाना और रहना काफी आसान है। लक्षद्वीप में पर्यटकों के लिए सीमित विकल्प हैं और परमिट की प्रक्रिया भी लंबी है, जिससे पर्यटकों को परेशानी होती है। यह मुद्दा पहले भी कई बार उठाया जा चुका है कि लक्षद्वीप में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए वहां की यात्रा प्रक्रिया को सरल बनाने की आवश्यकता है। अगर यह प्रक्रिया आसान होती है, तो निश्चित रूप से अधिक से अधिक पर्यटक इस खूबसूरत द्वीप समूह की ओर आकर्षित होंगे।