ऑस्ट्रेलिया के विस्फोटक ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। उन्होंने अपने 13 साल लंबे वनडे करियर पर विराम लगा दिया है। उन्होंने कई यादगार पारियां खेलीं और दो बार (2015 और 2023) ऑस्ट्रेलिया को वनडे विश्व कप का खिताब दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मैक्सवेल के करियर का सबसे यादगार पल 2023 विश्व कप में अफगानिस्तान के खिलाफ आया था। मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में 292 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया के 7 विकेट मात्र 91 रनों पर गिर गए थे। ऐसे में मैक्सवेल ने हैमस्ट्रिंग की चोट से जूझते हुए 128 गेंदों पर 201 रनों की नाबाद पारी खेली, जिसमें 10 छक्के और 21 चौके शामिल थे। यह पारी वनडे इतिहास की सबसे बेहतरीन पारियों में से एक मानी जाती है, जिसने ऑस्ट्रेलिया को चमत्कारी जीत दिलाई थी।
संन्यास की यह बताई वजह
36 वर्षीय मैक्सवेल ने अपने संन्यास के पीछे की वजह शरीर की बढ़ती थकान और आगामी टी20 विश्व कप पर ध्यान केंद्रित करने को बताया है। उन्होंने कहा कि 2027 विश्व कप तक उनका शरीर 50 ओवर के फॉर्मेट के लिए साथ नहीं देगा, और वह युवा खिलाडिय़ों को मौका देना चाहते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि 2022 में लगी पैर की चोट के बाद से उनका शरीर लगातार वनडे क्रिकेट के लिए जूझ रहा था। मैक्सवेल ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 149 वनडे मुकाबले खेले, जिनमें 33.81 की औसत से 3,990 रन बनाए और 77 विकेट भी लिए। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी, शानदार फील्डिंग और ऑफ-स्पिन गेंदबाजी ने उन्हें सफेद गेंद के क्रिकेट में एक अलग पहचान दिलाई। हालांकि, वह टी20 इंटरनेशनल खेलना जारी रखेंगे और 2026 में भारत और श्रीलंका में होने वाले टी 20 विश्व कप पर उनका पूरा ध्यान रहेगा।