भारत में मानसून 2025 ने इस साल समय से पहले केरल में दस्तक दी, लेकिन अब इसकी रफ्तार धीमी पड़ गई है। बंगाल की खाड़ी में बने दबाव के कारण मानसून की प्रगति रुक गई है और कई राज्यों में इसके पहुंचने में 8 से 10 दिन की देरी हो सकती है। फिलहाल मानसून 26 मई से 1 जून तक मुंबई, अहिल्यानगर, आदिलाबाद, भवानीपटना, पुरी के आसपास अटका हुआ है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने इस साल मानसून के सामान्य से बेहतर रहने की संभावना जताई है, लेकिन इसकी धीमी गति ने शुरुआती चरण में कुछ चिंताएं बढ़ा दी हैं। उम्मीद है कि लगभग 10 जून के आसपास मानसून फिर से रफ्तार पकड़ेगा और देश के बाकी हिस्सों में आगे बढ़ेगा।
यह है वर्तमान स्थिति
- दक्षिण भारत : मानसून ने पूरे दक्षिण भारत को कवर कर लिया है, जिससे यहां अच्छी बारिश हो रही है।
- पूर्वोत्तर भारत : पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ का सिलसिला जारी है। असम, मेघालय, मिजोरम और त्रिपुरा जैसे राज्यों में भूस्खलन और बाढ़ के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है।
- उत्तर और मध्य भारत : इन क्षेत्रों में किसानों की चिंता बढ़ गई है, क्योंकि मानसून की धीमी गति के कारण खरीफ फसलों की तैयारी प्रभावित हो रही है। मध्य प्रदेश, बिहार, ओडिशा, झारखंड और छत्तीसगढ़ में हल्की बारिश के साथ तेज हवाएं चल सकती हैं।
- पश्चिमी तट : कोंकण और गोवा में अगले कुछ दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है।
यह है अगले 7 दिनों का पूर्वानुमान
- जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, उत्तराखंड, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और उत्तर प्रदेश राज्यों में अगले 24 घंटों में कुछ जगहों पर तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
- अगले एक हफ्ते में मुंबई में अधिकतम तापमान लगभग 30 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। बारिश होने की संभावना है, साथ ही कुछ दिन गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है।
- अन्य क्षेत्रों में जहां बारिश में कमी आई है, वहां तापमान में फिर से वृद्धि हो रही है, और कुछ स्थानों पर 46-47 डिग्री सेल्सियस तक तापमान पहुंच सकता है।