बिहार की राजनीति में अपने बयानों और अंदाज के लिए मशहूर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने एक बार फिर सोशल मीडिया पर एक रहस्यमयी लेकिन भावुक पोस्ट साझा किया है। इस ट्वीट ने राजनीतिक गलियारों में अटकलों का बाजार गर्म कर दिया है। उन्होंने लिखा, मेरे अर्जुन से मुझे अलग करने का सपना देखने वालों ,तुम कभी अपनी साजिशों में सफल नहीं हो सकोगे। कृष्ण की सेना तो तुम ले सकते हो लेकिन खुद कृष्ण को नहीं। हर साजिश को जल्द बेनकाब करूंगा। बस मेरे भाई भरोसा रखना, मैं हर परिस्थिति में तुम्हारे साथ हूँ। फिलहाल दूर हूँ लेकिन मेरा आशीर्वाद हमेशा तुम्हारे साथ था और रहेगा। मेरे भाई मम्मी-पापा का ख्याल रखना। जयचंद हर जगह है अंदर भी और बाहर भी।
निहितार्थ खंगालने शुरू कर दिए
यह ट्वीट तुरंत वायरल हो गया और राजनीतिक पंडितों ने इसके निहितार्थ खंगालने शुरू कर दिए। मेरे अर्जुन शब्द का प्रयोग उनके छोटे भाई और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के संदर्भ में किया जा रहा है, जिन्हें अक्सर तेज प्रताप अर्जुन कहकर संबोधित करते हैं। महाभारत में कृष्ण और अर्जुन के संबंध की तरह, तेज प्रताप खुद को कृष्ण और तेजस्वी को अर्जुन बताते रहे हैं। यह ट्वीट ऐसे समय में आया है जब लालू परिवार और राजद के भीतर कुछ अंदरूनी खींचतान की खबरें समय-समय पर सामने आती रहती हैं। प्रेमिका के साथ फोटो वायरल होने पर लालू ने उन्हें पार्टी से 6 साल के लिए निकाल दिया। इस ट्वीट को उन लोगों को एक संदेश के रूप में देखा जा रहा है जो परिवार के भीतर फूट डालने या दोनों भाइयों के बीच दरार पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। तेज प्रताप का यह भावुक बयान उनके और तेजस्वी के बीच के अटूट रिश्ते को दर्शाता है और यह भी संकेत देता है कि चाहे बाहरी ताकतें कितनी भी कोशिश करें, वे दोनों एक-दूसरे का समर्थन करते रहेंगे। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस ट्वीट पर राजद के भीतर और बाहर से क्या प्रतिक्रियाएं आती हैं।